Budget 2024: बजट को लेकर संसद में विपक्ष का हंगामा, कहा- ‘मोदी सरकार को बचाने वाला बजट’
इंडिया गठबंधन के नेताओं ने कहा कि इस बजट से 90 प्रतिशत देश गायब है। इस बजट में केवल बिहार और आंध्र प्रदेश को खुश किया गया है, क्योंकि इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों के भरोसे केंद्र की सरकार चल रही है।
Budget 2024: संसद में मानसून सत्र (monsoon session in parliament) का आज तीसरा दिन है। कल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने मोदी सरकार (Modi government) 3.0 का पहला बजट पेश किया था। आज सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी नेताओं ने संसद के बाहर मोदी सरकार (Modi government) के बजट के खिलाफ प्रदर्शन किया। इंडिया गठबंधन (india alliance) के नेताओं ने कहा कि इस बजट से 90 प्रतिशत देश गायब है। इस बजट में केवल बिहार (Bihar) और आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) को खुश किया गया है, क्योंकि इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों के भरोसे केंद्र की सरकार चल रही है। यह बजट मोदी सरकार को बचाने वाला बजट है।
सदन में बजट को लेकर जमकर हुआ हंगामा
वहीं लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद भी सदन में बजट को लेकर जमकर हंगामा हुआ। प्रश्नकाल के बीच राज्यसभा में चर्चा के दौरान विपक्षी नेताओं ने वॉकआउट कर दिया। वे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) के खिलाफ शेम-शेम का नारा लगाते हुए सदन से बाहर चले गए। इस पर राज्यसभा में आज चर्चा के दौरान पूरे विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने अपने भाषण में कहा कि, हर बजट में आपको इस देख के हर राज्य का नाम नहीं ले सकते हैं। इस पर विपक्षी नेता नाराज हो गए और शेम-शेम के नारे लगाते हुए सदन से बाहर चले गए।
जानबूझकर ऐसे आरोप लगा रहे विपक्षी नेता- वित्त मंत्री
बजट को भेदभाव वाला बताने पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि बजट में सभी राज्यों का नाम लेने का मौका नहीं मिलता। विपक्षी नेता जानबूझकर ऐसे आरोप लगा रहे हैं, ताकि देश की जनता को लगे कि उनके राज्य को कुछ नहीं दिया गया है। यह ठीक नहीं है। वहीं राज्यसभा में चर्चा के दौरान विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से कहा कि माताजी एक्सपर्ट हैं। इस पर राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि वो माताजी नहीं, आपकी बेटी की उम्र के बराबर हैं।
बता दें कि 23 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया था। बजट पर चर्चा के लिए 20 घंटे का समय निर्धारित किया गया है।
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