OP Rajbhar: बस्ती में भड़के ओपी राजभर, कहा- फर्जी चलाई गई खबर, अखिलेश सरकार में हुआ था पेपर लीक
सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर आज बस्ती पहुंचे। इस बीच अपनी पार्टी के विधायक बेदीराम का नाम सुनकर वह भड़क गए। पेपर लीक केस को लेकर एक सवाल पर उन्होंने कहा कि यह खबर सब जगह फर्जी चलाई गई है।
OP Rajbhar: सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर (Subhaspa President OP Rajbhar) आज बस्ती पहुंचे। इस बीच अपनी पार्टी के विधायक बेदीराम (MLA Bediram) का नाम सुनकर वह भड़क गए। पेपर लीक केस (paper leak Case) को लेकर एक सवाल पर उन्होंने कहा कि यह खबर सब जगह फर्जी चलाई गई है। सीबीआई (CBI) ने कोर्ट में जो रिपोर्ट दाखिल की है, उसमें बेदी राम का नाम नहीं है। उन्होंने कहा आगे कहा कि ये मामला अखिलेश सरकार (Akhilesh government) के समय का है। ये केस 2009 का है, तब उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की सरकार थी।
राजभर ने डीएम-एसपी के साथ की बैठक
दरअसल, योगी कैबिनेट में शामिल मंत्री ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) आज बस्ती स्थित सर्किट हाउस सभागार में फरियादियों की समस्याएं सुन रहे थे। इसके बाद जब मीडियाकर्मियों ने जब उनसे विधायक बेदी राम को लेकर सवाल किया तो वह भड़क गए। इससे पहले उन्होंने जिले के डीएम और एसपी के साथ बैठक की।
'अखिलेश सरकार में दलितों-पिछड़ों का हक छीना'
कांवड़ रूट पर दुकान मालिकों के नाम लिखे जाने के आदेश पर विपक्षियों के आरोप पर उन्होंने राजभर ने कहा कि विपक्ष का काम ही विरोध करना है। सरकार का काम है, सरकार काम करेगी। सपा और कांग्रेस की पिछली सरकारों में दंगे होते थे। इस सरकार में प्रदेश में दंगे हुए क्या? राजभर ने पिछली सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा कि, अखिलेश सरकार में दलितों-पिछड़ों का हक छीना गया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण देना है, लेकिन अखिलेश ने आरक्षण में लूट मचा दी। धोबी, केवट, मल्लाह, कुर्मी-कहार जैसी जातियों को आरक्षण नहीं दिया गया।
2017 में पार्टी ने 325 सीटें जीतीं थीं- राजभर
ओपी राजभर ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Deputy CM Keshav Prasad Maurya) के उस दावे का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने आगामी 2027 के विधानसभा चुनाव में 2017 जैसा प्रदर्शन दोहराए जाने की बात कही। राजभर ने कहा कि 2017 में केशव मौर्य प्रदेश अध्यक्ष थे। उनके नेतृत्व में पार्टी ने 325 सीटें जीतीं थीं, मेरे हटने के बाद 75 सीटें कम हो गईं थीं, लेकिन अब मैं फिर साथ हूं।