Bangladesh Violence News: बांग्लादेश में हिंसा जारी, देश लौटे एक हजार भारतीय छात्र
बांग्लादेश में सरकार ने पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया है। सरकारी नौकरियों में आरक्षण बहाली के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ देश की जनता सड़कों पर उतर आई है। जिसके चलते पूरे देश में हिंसा हो रही है। वहीं इस इस पर काबू पाने के लिए सरकार ने कर्फ्यू लगा दिया है।
Bangladesh Violence News: बांग्लादेश में सरकार (government in bangladesh) ने पूरे देश में कर्फ्यू (curfew) लगा दिया है। बांग्लादेश सरकार ने ये कदम देश में जारी हिंसा को लेकर उठाया है। सरकारी नौकरियों में आरक्षण बहाली के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ देश की जनता सड़कों पर उतर आई है। जिसके चलते पूरे देश में हिंसा हो रही है। वहीं इस इस पर काबू पाने के लिए सरकार ने कर्फ्यू लगा दिया है। जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को पुलिस और सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की। जिसमें 105 लोगों के मारे जाने की खबर हैं।
1000 भारतीय स्टूडेंट्स लौटे भारत
वहीं, बांग्लादेश में बढ़ते तनाव के बीच करीब 1000 भारतीय स्टूडेंट्स (Indian students) भारत लौट आए हैं। विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि उसने भारतीय नागरिकों की वापसी के लिए हर तरह की व्यवस्था की है। नागरिक उड्डयन, आव्रजन, लैंड पोर्ट और बीएसएफ अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित किया है। जानकारी के मुताबिक, अलग-अलग लैंड पोर्ट से 778 भारतीय स्टूडेंट्स भारत लौटे हैं, जबकि करीब 200 स्टूडेंट्स ढाका और चटगांव हवाई अड्डों से नियमित उड़ान सेवाओं से स्वदेश लौटे है।
छात्रों को वापस लाने के लिए उपाय कर रहे अधिकारी
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, ढाका में भारतीय उच्चायोग और चटगांव, राजशाही, सिलहट और खुलना में सहायक उच्चायोग बांग्लादेश में हालिया घटनाक्रमों के बाद भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी में सहायता कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने बताया कि स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा तक सुरक्षित यात्रा के लिए उच्चायोग और सहायक उच्चायोग अपनी तरफ से उपाय कर रहे हैं।
नेपाल-भूटान के छात्रों को भी भारत में इंट्री की इजाजत
विदेश मंत्रालय ने कहा कि ढाका में भारतीय उच्चायोग और हमारे सहायक उच्चायोग बांग्लादेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में रह रहे 4000 से अधिक छात्रों के साथ नियमित संपर्क में हैं और आवश्यक सहायता प्रदान कर रहे हैं। नेपाल और भूटान के छात्रों को भी भारत में प्रवेश करने की इजाजत दी गई है। भारतीय नागरिकों और स्टूडेंट्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उच्चायोग और सहायक उच्चायोग बांग्लादेश के अधिकारियों के साथ नियमित संपर्क में हैं।
संपर्क बनाए हुए हैं दोनों देशों के अधिकारी
साथ ही, ढाका में उच्चायोग बांग्लादेश के नागरिक उड्डयन अधिकारियों और एयरलाइनों के साथ भी समन्वय कर रहा है ताकि ढाका और चटगांव से उड़ान सेवाएं सुचारू रहें और भारतीय नागरिक घर लौट सकें। विदेश मंत्रालय ने बताया कि ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग और बांग्लादेश स्थित सहायक उच्चायोग आपातकालीन संपर्क नंबरों के माध्यम से भारतीय नागरिकों को किसी भी प्रकार की सहायता के लिए उपलब्ध हैं।