Muzaffarnagar News : तंम्बाकू न देने पर पुलिस वाले ने टीचर की हत्या की, बोर्ड परीक्षा की कॉपी जमा कर के आए थे

रविवार देर रात मजफ्परनगर में वाराणसी से यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की कॉपी लेकर आए थे। उसी दौरान कॉस्टेबल ने टीचर से तंबाकू मांगा लेकिन टीचर ने उसे तंबाकू नहीं दिया नशे की हालत में कांस्टेबल ने टीचर पर सरकारी कार्बाइन से अंधीधुंध फायरिंग कर दी। जिससे टीचर की मौत हो गई

Muzaffarnagar News : तंम्बाकू न देने पर पुलिस वाले ने टीचर की हत्या की, बोर्ड परीक्षा की कॉपी जमा कर के आए थे

Muzaffarnagar News : रविवार देर रात मुजफ्परनगर में वाराणसी से यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की कॉपी लेकर आए थे। उसी दौरान कांस्टेबल ने टीचर से तंबाकू मांगा लेकिन टीचर ने उसे तंबाकू नहीं दिया नशे की हालत में कांस्टेबल ने टीचर पर सरकारी कार्बाइन से अंधीधुंध फायरिंग कर दी। जिससे टीचर की मौत हो गई।

वाराणसी से बोर्ड की कॉपी लेकर आए थे

घटना मुजफ्फरनगर के एसडी इंटर कॉलेज के गेट की हैं। जहां देर रात वाराणसी से यूपी बोर्ड हाईस्कूल की कॉपी लेकर अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार और संतोष कुमार, इंस्पेक्टर नागेन्द्र चौहान, हेड कांस्टेबल चन्द्रप्रकाश और 2 अन्य कर्मचारी जितेन्द्र मौर्य और कृष्णप्रताप मेटाडोर गाड़ी से चले। ये रास्ते में कई जिलों में कॉपियां उतारते हुए फुजफ्फरनगर के एसडी इंटर कॉलेज पहुंचे थे। लेकिन कॉलेज का दरवाजा बंद था। जिसके बाद सभी गाड़ी को गेट पर लाग कर आराम करने लगे।

नशे धुत था कांस्टेबल

बताया जा रहा है कि इंस्पेक्टर नागेंद्र चौहान और अध्यापक संतोष कुमार ड्राइवर के साथ आगे बैठे हुए थे। पीछे अध्यापक धर्मेंद्र कुमार, कांस्टेबल चन्द्रप्रकाश और अन्य दो फोर्थ क्लास कर्मचारी बैठे थे। हेड कांस्टेबल नशे में था। बार-बार चतुर्थ श्रेणी कर्माचरियों से तम्बाकू मांग रहा था। जब अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार ने इस पर आपत्ति जताई तो चन्द्रप्रकाश ने उन पर कार्बाइन से अंधाधुन गोली चला दी।

गाड़ी में सवार सभी लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया

गोली लगने के बाद आनन-फानन में धर्मेंद्र को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। टीचर चंदौली जिले के रामगढ के बैराठ रहने वाले बताए जा रहे हैं। सूचना मिलने पर थाना सिविल लाईन पुलिस ने आरोपी हेड कांस्टेबल का कार्बाइन कब्जे में लेकर उसे हिरासत में लिया। वहीं गाड़ी में मौजूद अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस विभाग के आला अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं।