Moradabad News: मुरादाबाद में इमाम ने नमाज़-ए-जनाज़ा पढ़ाने से किया इनकार, कहा- ‘तुम्हारा परिवार बीजेपी को वोट देता है’

मामला मुरादाबाद के कुंदरकी के कायस्थान मोहल्ले का है। यहां 23 जुलाई को अलीदाद खान की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी।​​​​​​ जिसके बाद मृतक के बेटे दिलनवाज खान ने पास की मस्जिद के इमाम मोहम्मद राशिद से जनाजे की नमाज़ पढ़ाने के लिए कहा। लेकिन, इमाम ने जनाजे की नमाज पढ़ाने से इनकार कर दिया।

Moradabad News: मुरादाबाद में इमाम ने नमाज़-ए-जनाज़ा पढ़ाने से किया इनकार, कहा- ‘तुम्हारा परिवार बीजेपी को वोट देता है’

Moradabad News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुरादाबाद (Moradabad) से मानवता को शर्मसार करने वाला एक नया मामला सामने आया है। यहां कुंदरकी कस्बे में स्थित मस्जिद के इमाम ने एक बुजुर्ग की नमाज़-ए-जनाज़ा (Namaz-e-Janaza) पढ़ाने से सिर्फ इसलिए इनकार कर दिया, क्योंकि मृतक भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) को सपोर्ट करता था और उसका पूरा परिवार बीजेपी (BJP)को वोट देता है। मृतक के परिजनों ने इमाम मोहम्मद राशिद (imam mohammad rashid) समेत मोहल्ले के 5 लोग सपा नेता असलम, शमीम खां, सराफत खां और शादिक खां के खिलाफ 31 जुलाई को जिलाधिकारी से शिकायत की थी। जिसके बाद आज 3 अगस्त को पांचों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।   

नमाज पढ़ाने के लिए दूसरे गांव से बुलाया मौलवी 

मामला मुरादाबाद (Moradabad) के कुंदरकी के कायस्थान मोहल्ले का है। यहां 23 जुलाई को अलीदाद खान की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी।​​​​​​ जिसके बाद मृतक के बेटे दिलनवाज खान ने पास की मस्जिद के इमाम मोहम्मद राशिद से जनाजे की नमाज़ पढ़ाने के लिए कहा। लेकिन, इमाम ने जनाजे की नमाज पढ़ाने से इनकार कर दिया। इनकार की वजह पूछने पर इमाम ने कहा कि, तुम्हारे वालिद बीजेपी को वोट देते थे। तुम्हारा पूरा परिवार बीजेपी को सपोर्ट करता है। बीजेपी हिंदू पार्टी है। हम या हमारे साथ वाला कोई भी इमाम नमाज पढ़ाने नहीं जाएगा। इमाम के मना करने के बाद दिलनवाज ने दूसरे गांव से मौलवी को बुलाया। जिसके बाद मृतक अलीदाद खान की नमाज़-ए-जनाज़ा पढाई गई और उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया। 

ये हमारा निजी धार्मिक मामला- इमाम

वहीं, इस मामले पर इमाम मोहम्मद राशिद ने कहा कि अलीदाद खान नबी को नहीं मानते थे। वो हमेशा कहते थे कि हम किसी नबी को नहीं मानते हैं। इमाम ने कहा कि ये हमारा निजी धार्मिक मामला है।  इसीलिए हमने नमाज नहीं पढ़ाई। अगर कोई धर्म के खिलाफ बयानबाजी करेगा या आस्था को ठेस पहुंचाएगा तो उसके जनाजे में कौन शामिल होगा। नमाज को लेकर इमाम ने कहा कि मैं मस्जिद का इमाम हूं। मस्जिद में ही नमाज पढ़ाता हूं। मैं किसी के जनाजे की नमाज नहीं पढ़ाता हूं। जनाजे की नमाज के लिए परिवार और रिश्तेदार के लोग ही उसकी जिम्मेदारी निभाते है। मेरे ऊपर लगाए जा रहे सभी आरोप गलत हैं। मुझे सियासत से कोई लेना-देना नहीं है। मुझे नीचा दिखाने के लिए ये आरोप लगाया जा रहा हैं। अगर कोई हमारे नबी के खिलाफ बयानबाजी करेगा तो हम चुप नहीं बैठेंगे।

5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज 

पुलिस अधीक्षक ग्रामीण संदीप कुमार मीणा ने बताया कि इमाम समेत 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। अभी बयान दर्ज किए जा रहे हैं। मामले की जांच हो रही है। वहीं, मामले में जिलाधिकारी अनुज कुमार सिंह ने बताया कि एक शिकायत प्राप्त हुई है। जिसमें कहा गया है कि एक व्यक्ति की हार्ट अटैक से मौत होने पर इमाम की आखिरी नमाज नहीं अदा कराई। शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।