Manu Bhaker Returns India: भारत लौटीं शूटर मनु भाकर, एयरपोर्ट पर हुआ जोरदार स्वागत

पेरिस ओलंपिक में दो कांस्य पदक जीत कर निशानेबाज मनु भाकर बुधवार सुबह वापस अपने वतन लौट आई हैं। लोगों ने पूरे जोश के साथ शूटर मनु भाकर का एयरपोर्ट पर स्वागत किया।

Manu Bhaker Returns India: भारत लौटीं शूटर मनु भाकर, एयरपोर्ट पर हुआ जोरदार स्वागत

Manu Bhaker Returns India: पेरिस ओलंपिक में दो कांस्य पदक जीत कर निशानेबाज मनु भाकर (Manu Bhaker ) बुधवार सुबह वापस अपने वतन लौट आई हैं। इस मौके पर मनु के पिता उनको रिसीव करने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे थे। साथ ही मनु की फ्लाइट दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड करने से पहले, सैकड़ों लोगों की भीड़ मनु और उनके परिवार के लोगों की फोटो की तख्तियां हाथों में लेकर उनके स्वागत के लिए जुट गईं। लोगों ने पूरे जोश के साथ शूटर मनु भाकर का एयरपोर्ट पर स्वागत किया। 

एयरपोर्ट पर हुआ भव्य स्वागत

मनु के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर आए दिल्ली के केदार ने कहा कि हमें बहुत खुशी है कि हमारे देश की बेटी एक साथ दो-दो मेडल ला रही है। इसके साथ ही एक और व्यक्ति भारत माता की जय के नारे लगाते हुए कहता है कि हमारे देश की महिला ने अवार्ड जीता यह हमारे लिए बहुत खुशी की बात है। इन सारे मेडल्स में सबसे ऊपर मनु का नाम है। अभी एक और खुशखबरी है कि मंगलवार रात को रेसलिंग के फाइनल में प्रवेश करने वाली विनेश फोगाट भी महिला हैं। उनका भी पदक अब पक्का हो गया है।

पेरिस ओलंपिक में मनु ने जीते 2 मेडल

बता दें कि मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक (paris olympics 2024) निशानेबाजी में भारत के नाम दो मेडल जीते हैं। वह अब पेरिस ओलंपिक के समापन समारोह में भारत की नुमाइंदगी करेंगी। मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल में दो कांस्य पदक जीतकर भारत का नाम वैश्विक मंच पर बढ़ाया है। इसी तरह से वे दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय निशानेबाज बनी हैं। इसके बाद मनु ने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल में एक कांस्य पदक भी जीता। भारतीय ओलंपिक संघ ने कहा कि आईओए अध्यक्ष डॉ. पीटी उषा और मुख्य दल प्रतिनिधि गगन नारंग ने घोषणा की है कि निशानेबाज मनु भाकर समापन समारोह में भारत की ध्वजवाहक होंगी। पुरुष ध्वजवाहक का चयन बाद में किया जाएगा। इससे पहले, स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु और दिग्गज टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल को उद्घाटन समारोह में राष्ट्रों की परेड में ध्वजवाहक बनाया गया था।