Maharajganj Lok Sabha Election 2024 : अच्छे दिन तो नहीं आए, सुनहरे दिन जरूर आएंगे - अखिलेश यादव

लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के प्रचार के अंतिम दिन गुरुवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महाराजगंज में एक चुनावी सभा को संबोधित किया।

Maharajganj Lok Sabha Election 2024 : अच्छे दिन तो नहीं आए, सुनहरे दिन जरूर आएंगे - अखिलेश यादव

Maharajganj Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के प्रचार के अंतिम दिन गुरुवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महाराजगंज में एक चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने कहा था अच्छे दिन लाएंगे, वो नहीं ला पाए। लेकिन, 4 जून को सुनहरे दिन होंगे। उत्तर प्रदेश में तमाम नौकरियां देनी थी, वो नहीं दे पाए, चाहे शिक्षा विभाग हो, चाहे पुलिस विभाग हो, हमारी सरकार आने पर सब जगह भरने का काम करेंगे।

भाजपा ने इलेक्टोरल बॉन्ड से पैसा वसूला- अखिलेश

उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड से पैसा वसूला, किसी को नहीं छोड़ा, वैक्सीन कंपनी से पैसा वसूला। ये चुनाव हमारा आपका तो है ही, ये आने वाली पीढ़ी का भी चुनाव है। कहने को तो ये डबल इंजन की सरकार है, तो ये हांफने क्यों लगते हैं, महाराजगंज आते-आते। आज चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है, भाजपा वाले टेंट तो बड़े-बड़े लगा रहे हैं। लेकिन, उनके यहां जनता नहीं आ रही है।

4 जून को मंगल है और मंगल ही हो जाएगा

उन्होंने कहा कि यहां के सांसद जो हैं पूरे खजाने के मंत्री हैं, वित्त मंत्री हैं। सोचो इनके पास कितने खजाने की चाबी है, पूरे देश के पैसे का हिसाब-किताब है, बताओ महाराजगंज को क्या मिला? क्या चीनी मिल चालू हो गई? क्या नौकरी मिल गई? 4 जून को मंगल है और मंगल ही हो जाएगा, जिन्होंने कहा था अच्छे दिन लाएंगे, वो नहीं ला पाए, लेकिन 4 जून को सुनहरे दिन होंगे। 4 जून को मंगल के दिन ना केवल मित्र मंडली बदलेगी, मंत्रिमंडल बदलेगा और मीडिया मंडल भी बदलेगा।

सातवें चरण तक आते-आते 400 पार का नारा भूल गए

उन्होंने कहा कि भाजपा ने 26 लाख करोड़ के लगभग बड़े-बड़े उद्योगपतियों का कर्ज माफ कर दिया। हम अपने किसानों से कहकर जा रहे हैं कि 4 जून के बाद किसानों और गरीबों का कर्ज माफ करने का काम करेंगे। जो लोग 400 पार का नारा दे रहे थे, अब वो सातवें चरण तक आते-आते नारा भूल गए हैं और उन्हें डर लग रहा है हार ना जाएं। ये जो पसीना बहाया जा रहा है, वो इसलिए बहाया जा रहा है कि इस बार दिल्ली में जो लोग हैं, वो हटने जा रहे हैं।