Lebanon-Israel War: लेबनान में लगातार हमले कर रहा इजराइल, हिजबुल्लाह ने पहली बार की सीजफायर की मांग

मिडिल ईस्ट के देशों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। लेबनान में इजराइली सेना लगातार हमले कर रही है। इस बीच हिजबुल्लाह ने सीजफायर की मांग की है। रिपोर्ट के मुताबिक, ये पहली बार है जब हिजबुल्लाह ने सार्वजनिक रूप से सीजफायर का समर्थन किया है।

Lebanon-Israel War: लेबनान में लगातार हमले कर रहा इजराइल, हिजबुल्लाह ने पहली बार की सीजफायर की मांग

Lebanon-Israel War: मिडिल ईस्ट (middle east) के देशों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। लेबनान में इजराइली सेना (israeli army) लगातार हमले कर रही है। इस बीच हिजबुल्लाह ने सीजफायर की मांग की है। रिपोर्ट के मुताबिक, ये पहली बार है जब हिजबुल्लाह ने सार्वजनिक रूप से सीजफायर का समर्थन किया है। साथ ही गाजा में जंग को रोकने के लिए कोई शर्त नहीं रखी है। 

एक साल पहले हिजबुल्लाह ने हमास को दिया था समर्थन 

हिजबुल्लाह (Hezbollah) ने पिछले साल 8 अक्टूबर को हमास का समर्थन करते हुए इजराइल पर हवाई हमले शुरू किये थे। इस घटना का एक साल पूरे होने पर हिजबुल्लाह के डिप्टी चीफ नईम कासिम (Hezbollah's deputy chief Naeem Qasim) ने मंगलवार (8 अक्टूबर) को भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हिजबुल्लाह सीजफायर (ceasefire) के लिए लेबनान संसद अध्यक्ष नबीह बेरी (Lebanon Parliament Speaker Nabih Berri) के प्रयासों का समर्थन करता है। एक बार सीजफायर हो जाए तो फिर अन्य चीजों पर चर्चा की जाएगी। इससे पहले हिजबुल्लाह कहता रहा है कि वह इजराइल पर हमले तभी रोकेगा जब गाजा में सीजफायर होगा। वहीं, इजराइली सेना (israeli army) ने मंगलवार को बेबनान की राजधानी बेरूत के दक्षिणी और उत्तरी इलाकों पर हमला किया। इस हमले में कई घरों को नुकसान पहुंचा।

लेबनान का गाजा जैसा हाल होगा- नेतन्याहू 

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Prime Minister Benjamin Netanyahu) ने लेबनानी लोगों को कड़ी चेतावनी दी है। नेतन्याहू ने कहा कि वे हिजबुल्लाह के खिलाफ अपने हमले को और तेज करने जा रहे हैं जिससे लेबनान का अंजाम भी गाजा जैसा हो सकता है। इजराइली पीएम नेतन्याहू ने मंगलवार को लेबनानी लोगों को संबोधित करते हुए एक वीडियो जारी किया। जिसमें उन्होंने कहा कि ईसाई, मुसलमान, सुन्नी और शिया, आप सभी लेबनान में हिजबुल्लाह के बिना कारण जंग छेड़ देने की वजह से पीड़ित हैं। आपके पास लेबनान को बचाने का मौका है। वर्ना ये इलाका लंबे समय तक जंग में घिरा रहेगा। 

गाजा में इस्तेमाल पैटर्न को ही लेबनान में इस्तेमाल कर रहा इजराइल

इस बीच संयुक्त राष्ट्र (united nations) के एक अधिकारियों ने मंगलवार (8 अक्टूबर) को कहा कि इजराइल, लेबनान में भी वही पैटर्न अपना रहा है जो उन्होंने गाजा (Gaza) में इस्तेमाल किया था। गाजा की तरह लेबनान में भी लोगों को अपना घर छोड़कर जाना पड़ा है।

इजराइली सेना ने लेबनान में फहराया झंडा 

जानकारी के मुताबिक, इजराइली सैनिकों ने लेबनान के मारून अल-रास में ईरान गार्डन पार्क के खंडहरों पर इजराइल का झंडा फहरा दिया है। हालांकि अभी ये पता नहीं चल पाया है कि ये झंडा कब लगाया गया। इससे पहले मंगलवार को इजराइली सेना ने कहा था कि उसने मारून अल-रास क्षेत्र में हिजबुल्लाह के इलाके पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया है।

ह्यूमन राइट्स की बात करने वाले इजराइल पर चुप हैं- पजशकियान 

ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजशकियान (Iranian President Massoud Pazhakian) ने इजराइल पर युद्ध के नियमों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। पजशकियान ने कहा कि इजराइल की सेना महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों पर अंधाधुंध हमले कर रही है। उन्होंने अमेरिका और यूरोप की आलोचना करते हुए कहा कि वे एक ‘हिंसक सरकार’ का समर्थन कर रहे हैं। 

मानव अधिकारों का उल्लंघन कर रहा इजराइल

ईरानी पीएम पजशकियान (Iranian PM Pajshkian) ने कहा कि पश्चिम के लोग अक्सर मानव अधिकार की बात करते हैं। कहा जाता है कि ईरान में इसका पालन नहीं होता लेकिन, अब वे ही इजराइल का बचाव कर रहे हैं। मानव अधिकार की बात करने वाले लोग इजराइल से नहीं पूछ रहे कि वे महिलाओं और बच्चों को क्यों मार रहे हैं। 

इजराइल के रक्षा मंत्री ने अमेरिका दौरा टाला

इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट (Israeli Defense Minister Yoav Galant) ने आज 9 अक्टूबर को अमेरिका का दौरा टाल दिया है। वे बुधवार को जाने वाले थे। जानकारी के मुताबिक, इजराइली अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू के कहने पर उन्होंने ऐसा किया है। कहा जा रहा है कि गैलेंट के अमेरिकी दौरा टालने के 2 कारण हैं। पहली ये कि इजराइली पीएम नेतन्याहू (Israeli PM Netanyahu) अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन (US President Biden) से बातचीत के बाद ही अपने रक्षा मंत्री को वहां भेजना चाहते हैं। बाइडेन और नेतन्याहू के बीच बीते 6 सप्ताह से कोई बातचीत नहीं हुई है। दूसरी वजह कैबिनेट मीटिंग भी है। कैबिनेट बैठक में ईरान पर इजराइल के हमले को लेकर वोटिंग होने वाली है। नेतन्याहू चाहते हैं कि रक्षा मंत्री गैलेंट इस बैठक में शामिल हों।