Kisan Protest News : किसान आंदोलन- चौथा दिन, पंजाब-हरियाणा में दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद, प्रदर्शन में हुई पहली मौत

पंजाब में प्रदर्शनकारी किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए सरकारी स्वामित्व वाली पंजाब रोडवेज, पनबस और निजी सार्वजनिक परिवहन बस ऑपरेटरों के कर्मचारी शुक्रवार को हड़ताल पर चले गए, जिससे पाँच हजार से अधिक बसें सड़कों से नदारद रहीं।

Kisan Protest News : किसान आंदोलन- चौथा दिन, पंजाब-हरियाणा में दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद, प्रदर्शन में हुई पहली मौत

Kisan Protest News : पंजाब के किसानों के दिल्ली कूच का आज (16 फरवरी) चौथा दिन है।  संयुक्त किसान मोर्चा और मजदूर संघ ने आज ग्रामीण भारत बंद बुलाया है। पंजाब में प्रदर्शनकारी किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए सरकारी स्वामित्व वाली पंजाब रोडवेज, पनबस और निजी सार्वजनिक परिवहन बस ऑपरेटरों के कर्मचारी शुक्रवार को हड़ताल पर चले गए, जिससे पाँच हजार से अधिक बसें सड़कों से नदारद रहीं।

पंजाब और हरियाणा में दिखा बंद का असर

किसानों के 'भारत बंद' का असर सुबह छह बजे से शाम चार बजे तक रहेगा। पड़ोसी राज्य हरियाणा में भी इसका असर देखा गया क्योंकि दुकानें और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहे। बंद के समर्थन में पंजाब में पेट्रोलियम डीलरों ने फिलिंग स्टेशन बंद कर दिये। कई किसान संगठनों के कार्यकर्ताओं को आप शासित पंजाब में कई स्थानों पर व्यापारियों से विरोध-प्रदर्शन के लिए अपनी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखने के लिए कहते देखा गया।

टोल प्लाजा और सड़कों पर करेंगे कब्जा

किसान नेताओं ने कहा कि वे बंद के दौरान प्रमुख सड़कों को अवरुद्ध करेंगे और टोल प्लाजा पर कब्जा कर लेंगे। पटियाला, लुधियाना, बठिंडा, मोगा, होशियारपुर, जालंधर और अन्य स्थानों से दुकानें और अन्य प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद होने की खबरें मिलीं।

दोनों राज्यों में पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यहां बताया कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए दोनों राज्यों में पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। हड़ताल के कारण राज्य भर में लोगों, विशेषकर महिलाओं को असुविधा का सामना करना पड़ा। कई यात्रियों ने कहा कि उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए टैक्सी लेनी पड़ी।

प्रदर्शन में हुई किसान की मौत

शंभू बॉर्डर पर एक किसान ज्ञान सिंह की मौत हो गई। वे गुरदासपुर के चाचौकी गांव के रहने वाले थे। किसान आंदोलन में ये पहली मौत है। गांव के सरपंच जगदीश सिंह ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि आंसू गैस के गोले के संपर्क में आने से ज्ञान सिंह की तबीयत बिगड़ गई थी। इलाज के लिए अस्पताल में पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

तीसरे दौर की बातचीत ​भी बेनतीजा

वहीं, गुरुवार 15 फरवरी को चंडीगढ़ में किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के बीच तीसरे दौर की बातचीत ​भी बेनतीजा रही। बैठक देर रात में करीब साढ़े 5 घंटे चली। सूत्रों के अनुसार, सरकार ने एमएसपी पर कानून बनाने के लिए कमेटी बनाने का प्रस्ताव दिया, जिसमें किसान और सरकार दोनों के प्रतिनिधि होंगे। किसान नेता एमएसपी गारंटी पर अड़े रहे। मीटिंग में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल, नित्यानंद राय के साथ पंजाब के सीएम भगवंत मान भी मौजूद रहे। अब रविवार 18 फरवरी शाम 6 बजे फिर से बैठक होगी। तब तक दोनों पक्षों ने शांति बनाए रखने का आश्वासन दिया है।