Kalyan Banerjee: TMC सांसद ने राज्यसभा सभापति की उतारी नकल, जगदीप धनखड़ ने कहा- विपक्ष को बुद्धि दे भगवान
आज सदन के शुरु होते ही लोकसभा और राज्यभा की कार्यवाही 3 बार स्थगित की गई थी। इसके बाद लोकसभा से विपक्ष के 49 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। इस तरह अब कुल 141 सांसद सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले सकेंगे।
Kalyan Banerjee: TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने आज 19 दिसंबर को संसद के शीतकालीन सत्र के 12वें दिन राज्यसभा सभापति की मिमिक्री कर उनका मजाक उठाया। जिसके बाद सदन को स्थगित कर दिया गया। बता दें कि कल 78 सांसदों के निलंबन के बाद आज फिर से 49 सांसदों को सदन से निलंबित कर दिया गया था। जिसके बाद विपक्षी सांसदों ने संदन के अंदर से लेकर सदन के गेट और परिसर में नारेबाजी और हंगामा किया।
सभापति की मिमिक्री
निलंबित टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने संसद के गेट पर सुबह राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री की। इस दौरान, राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई नेता मौजूद थे जिन्होंने इस पर काफी मजे लिए। वहीं कई सांसद इस घटना का वीडियो बनाते हुए भी नजर आए। दरअसल, संसद के बाहर मकर द्वार पर टीएमसी के सांसद कल्याण बनर्जी राज्यसभा चेयरमैन जगदीप धनखड़ के सदन के दौरान हाव भाव की मिमिक्री कर रहे थे। इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी वीडियो बना रहे थे। उनके ठीक बगल में कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल भी खड़े थे। यही नहीं, बनर्जी की मिमिक्री पर वहां मौजूद विपक्षी सांसद जोर से ठहाके मारकर हंस रहे थे। जब बनर्जी मिमिक्री कर रहे थे तो वहां मौजूद कुछ सांसद उनसे जोर-जोर से बोलने के लिए कह रहे थे। बनर्जी पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर से टीएमसी सांसद हैं।
सभापति हुए आहत
विपक्ष ने सदन का अपमान किया। इसी के साथ राज्यसभा पति ने कहा कि गिरावट की कोई हद नहीं होती है। ये हरकत शर्मनाक है, न जाने विपक्ष के सांसदो को कब अकल आएगी। उन्होंने कहा कि किसी बात की एक हद होती है। चैनल के सामने सदन की मर्यादा को तार-तार किया गया है। भगवान इन्हें सद्बुद्धि दे। ये मेरा नहीं सदन का अपमान है।
49 सांसद हुए निलंबित
आज सदन के शुरु होते ही लोकसभा और राज्यभा की कार्यवाही 3 बार स्थगित की गई थी। इसके बाद लोकसभा से विपक्ष के 49 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। इस तरह अब कुल 141 सांसद सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। यही नहीं, लोकसभा की प्रश्नसूची से 27 सवाल भी हटा दिए गए हैं। ये सवाल निलंबित सांसदों की तरफ से पूछे गए थे।