Kajal Nishad: अब तक एक भी चुनाव नहीं जीतीं हैं काजल निषाद, सपा ने गोरखपुर सीट पर फिर दिया टिकट

पार्टी ने गोरखपुर सीट से एक बार फिर निषाद कार्ड खेला है। इसी के चलते अखिलेश ने गोरखपुर सीट पर काजल निषाद को प्रत्याशी बनाया है।

Kajal Nishad: अब तक एक भी चुनाव नहीं जीतीं हैं काजल निषाद, सपा ने गोरखपुर सीट पर फिर दिया टिकट

Kajal Nishad: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने यूपी की लोकसभा सीटों (Lok Sabha seats) के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। सपा ने पहली लिस्ट में 16 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में अपने मौजूदा सांसदों समेत, पिछले चुनावों में हारे कई उम्मीदवारों को फिर से मौका दिया है। इतना ही नहीं सपा ने अपनी पहली लिस्ट में सीटों के जातीय समीकरण का भी खास ख्याल रखा है। पार्टी ने गोरखपुर सीट (gorakhpur seat) से एक बार फिर निषाद कार्ड खेला है। इसी के चलते अखिलेश ने गोरखपुर सीट पर काजल निषाद को प्रत्याशी बनाया है। 

काजल ने कांग्रेस के साथ की थी राजनीतिक करियर की शुरुआत 

काजल निषाद (Kajal Nishad) एक्टिंग की दुनिया में किस्मत आजमा चुकी है। उन्होंने कई टीवी शो और फिल्मों में काम किया है। उन्होंने 2009 में लापतागंज शो से अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने भोजपुरी फिल्मों में भी काम किया है। इसके बाद उन्होंने सियासत को ओर रुख किया। काजल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस पार्टी के साथ की थी। उन्होंने पहली बार साल 2012 में विधानसभा चुनाव लड़ा था। कांग्रेस पार्टी (congress party) के टिकट पर गोरखपुर ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र (Gorakhpur Rural Constituency) से काजल निषाद ने पहला चुनाव लड़ा था, लेकिन इस चुनाव में उन्हें करारी हार मिली। इसके बाद काजल निषाद साल 2021 में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में शामिल हो गईं।

सपा ने काजल को साल 2022 में कैम्पियरगंज सीट (campierganj seat) से मैदान में उतारा। इस चुनाव में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इतना ही नहीं, अखिलेश यादव ने एक बार फिर अप्रैल 2023 में काजल निषाद पर दांव खेला और गोरखपुर मेयर पद (gorakhpur mayor post) के लिए उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया। लेकिन काजल निषाद ये चुनाव भी हार गई। लगातार हार का सामना करने के बाद काजल निषाद ने बीजेपी पर वोटों की गिनती में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। 

सीएम योगी के गढ़ में जीत दर्ज करना आसान नहीं

दरअसल, 2018 में गोरखपुर उपचुनाव में सपा के प्रवीण निषाद (Praveen Nishad) ने जीत दर्ज की थी। सपा ने उसी समीकरण को तरजीह देते हुए ही यहां से काजल निषाद को मौका दिया है। 2024 लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी, एक बार फिर काजल निषाद को मैदान में उतार रही है। लेकिन सीएम योगी के गढ़ में जीत दर्ज करना सपा के लिए आसान नहीं है।