Independence Day Unknown Fact: देश के इन प्रधानमंत्रियों को लाल किले पर तिरंगा फहराने का नहीं मिला एक भी मौका

देश में 78वें स्वतंत्रता दिवस(78th independence day) की तैयारियां जोरो-शोरो से शुरू हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) 11वीं बार लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराएंगे।वहीं इस आजाद भारत के इतिहास में दो प्रधानमंत्री ऐसे भी हुए जिन्हें लाल किले पर फ्लैग होस्टिंग का महान अवसर नहीं मिल सका। आइए जानते हैं ऐसे कौन से प्रधानमंत्री हैं जो लालकिले पर झंडा नहीं फहरा सके। 

Independence Day Unknown Fact: देश के इन प्रधानमंत्रियों को लाल किले पर तिरंगा फहराने का नहीं मिला एक भी मौका

Independence Day Unknown Fact:देश में 78वें स्वतंत्रता दिवस(78th independence day) की तैयारियां जोरो-शोरो से शुरू हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) 11वीं बार लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराएंगे। इसी के साथ ही वह पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह(Former Prime Minister Manmohan Singh) से ज्यादा बार झंडा फहराने वाले प्रधानमंत्री बन जाएंगे। वहीं इस आजाद भारत के इतिहास में दो प्रधानमंत्री ऐसे भी हुए जिन्हें लाल किले पर फ्लैग होस्टिंग का महान अवसर नहीं मिल सका। आइए जानते हैं ऐसे कौन से प्रधानमंत्री हैं जो लालकिले पर झंडा नहीं फहरा सके। 

पहले प्रधानमंत्री हैं गुलजारीलाल नंदा 

गुलजारी लाल नंदा(Gulzari Lal Nanda) भारत के ऐसे पहले प्रधानमंत्री थे जिन्हें लालकिले पर झंडा फहराने का अवसर प्राप्त नहीं हो सका। बता दें उन्होंने दो बार प्रधानमंत्री का पद संभाला, और दोनों ही बार वह 13-13 दिनों तक पद पर रहें थे। लेकिन दोनों ही बार वह सिर्फ कार्यवाहक प्रधानमंत्री के तौर पर थे। पहली बार 1964 में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू(First Prime Minister Jawahar Lal Nehru) की मृत्यु के बाद गुलजारी जी को 13 दिनों तक कार्यवाहक प्रधानमंत्री के तौर पर काम करने का मौका मिला। उनका यह कार्यकाल 27 मई 1964 से 9 जून 1964 तक ही था। ऐसे में उन्हें अपने पहले कार्यकाल के दौरान लालकिले पर तिरंगा फहराने का मौका नहीं मिल पाया। इसके बाद दूसरा अवसर तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री(Prime Minister Lal Bahadur Shastri) की मृत्यु के बाद फिर से गुलजारी जी को कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाया गया। इस दौरान भी वह लालकिले पर झंडा फहराने का मौका नहीं मिल सका। वहीं उनका ये कार्यकाल 11 जनवरी 1966 से 24 जनवरी 1966 तक ही चल सका। 

दूसरे प्रधानमंत्री हैं चंद्रशेखर 

लालकिले पर झंडा फहराने का अवसर प्राप्त ना कर पाने वाले दूसरे प्रधानमंत्री चंद्रशेखर (Second Prime Minister Chandrashekhar) जी थे। उनका कार्यकाल 10 नवंबर 1990 से 21 जून 1991 तक सीमित समय का था। ऐसे में उन्हें भी लालकिले पर स्वतंत्रता दिवस(Independence Day) के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने का अवसर नहीं मिल सका।

देश के किन प्रधानमंत्रियों नें ज्यादा बार फहराया है झंडा 

भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू थे। जिन्हें 17 बार लाल किले पर झंड़ा फहराने का शुभ अवसर प्राप्त हुआ। जबकि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी(Former Prime Minister Indira Gandhi) को 16 बार लाल किले से देश को संबोधित करने का मौका मिला। वहीं, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम भी इस अनोखा रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है, क्योंकि वह ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने सबसे ज्यादा बार लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया है। वहीं इस बार 2024 के स्वतंत्र दिवस पर वह पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का रिकॉर्ड भी तोड़ देंगे।