Haldwani hinsa: हल्द्वानी हिंसा में मरने वालों की संख्या 6 हुई, 18 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
हल्द्वानी शहर हिंसा की आग में सुलग रही है। पुलिस ने अब तक 18 लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज कर लिया है और इसके साथ ही 4 लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
Haldwani hinsa: उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर हिंसा (Haldwani violence) की आग में सुलग रही है। यहां बनभूलपुरा क्षेत्र में अवैध मदरसा पर बिल्डोजर चलने के बाद हालात गर्म है पुलिस उपद्रवियों की पहचान कर उनपर कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने अब तक 18 लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज कर लिया है और इसके साथ ही 4 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। जानकारी के मुताबिक, हिंसा में 6 लोगों की मौत हो गई है और 300 पुलिसकर्मी और निगम कर्मचारी घायल हुए हैं।
7 जोन में बांटा गया हल्द्वानी शहर
हलद्वानी में हुई हिंसा में 5 हजार लोगों के शामिल होने की संभावना जताई गई है। पुलिस हिंसा में शामिल लोगों की पहचान करने में जुटी है, और उनकी तलाश कर रही है। वहीं हिंसा के 48 घंटे बाद भी हल्द्वानी में कर्फ्यू जारी है। और पूरे इलाके में भारी सुरक्षाबल तैनात की गई है। वहीं सुरक्षा के लिहाज से शहर को 7 जोन में बांट दिया गया है। और इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, आज I.N.D.I.A और सिविल सोसाइटी का उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा के नेतृत्व में उत्तराखंड के राज्यपाल से मुलाकात करेगा।
हल्द्वानी डीएम ने कही ये बात
वहीं हिंसा को लेकर हल्द्वानी डीएम वंदना सिंह ने शुक्रवार को बताया था कि अतिक्रमण हटाने से पहले ही टीम पर हमले की प्लानिंग कर ली गई थी। बता दें कि भीड़ ने पहले पत्थर फेंके, जिन्हें फोर्स ने तितर-बितर कर दिया। इसके बाद दूसरा जत्था आया और उसने पेट्रोल बम से हमला किया। महिला पुलिसकर्मी ने बताया हम बहुत बचकर आए। बचने के लिए हम 15-20 लोग एक घर में घुस गए। लोगों ने हम सब पर पथराव किया, बोतलें फेंकीं यहां तक की आग लगाने की भी कोशिश की। चारों तरफ, गलियों, छतों से पथराव हो रहा था। उन्होंने गलियां घेर ली थीं। जिसने हमें बचाया, उन लोगों ने उसे भी गालियां दीं, घर तोड़ दिया। हम लोगों ने फोन किया, लोकेशन भेजी, तब फोर्स आई तो हमें बाहर निकाला।