ED notice to Gauri Khan: गौरी खान को ईडी का नोटिस, लखनऊ की रियल स्टेट कंपनी पर लगा 30 करोड़ हड़पने का आरोप

लखनऊ की रियल स्टेट कंपनी तुलसियानी ग्रुप पर निवेशकों और बैंक का करीब 30 करोड़ रुपए हड़पने का आरोप है। इस कंपनी की ब्रांड एंबेसडर होने के नाते जांच के दायरे में गौरी खान भी आ रही हैं।

ED notice to Gauri Khan: गौरी खान को ईडी का नोटिस, लखनऊ की रियल स्टेट कंपनी पर लगा 30 करोड़ हड़पने का आरोप

ED notice to Gauri Khan: बॉलीवुड के सबसे चर्चित एक्टर शाहरुख खान (Shahrukh khan )की पत्नी गौरी खान (Gauri khan )को ED ने नोटिस भेजा है। जानकारी के मुताबिक गौरी खान लखनऊ की रियल स्टेट कंपनी तुलसियानी ग्रुप (Real estate company Tulsiani Group) की ब्रांड एंबेसडर (brand ambassador) हैं। वहीं इस कंपनी पर निवेशकों और बैंक का करीब 30 करोड़ रुपए हड़पने का आरोप है। इस कंपनी की ब्रांड एंबेसडर होने के नाते जांच के दायरे में गौरी खान भी आ रही हैं।

2015 में बनी थी ब्रांड एंबेसडर 

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक साल 2015 में गौरी खान को तुलसियानी ग्रुप ने अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया था। ये लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी (Sushant Golf City) में तुलसियानी ग्रुप का प्रोजेक्ट है। 

क्या है पूरा मामला 

दरअसल मुंबई के रहने वाले किरीट जसवंत शाह (Kirit Jaswant Shah) ने 2015 में 85 लाख रुपए में यहां एक फ्लैट खरीदा था। लेकिन जसवंत शाह का आरोप है कि कंपनी ने उनको ना कब्जा दिया ना ही रकम लौटाई। इन सब के  बाद जसवंत शाह ने तुलसियानी ग्रुप के निदेशक अनिल कुमार तुलसियानी, महेश तुलसियानी और गौरी खान के खिलाफ केस दर्ज कराया था।
इस मामले को लेकर ED की लखनऊ शाखा ने गौरी खान को नोटिस भेजा था। जिसमें उन्होंने गौरी से पूछा कि तुलसियानी ग्रुप ने उन्हें ब्रांड एंबेसडर बनाने के लिए कितने पैसे दिये थे। और यह पैसे उनको कैसे दिए गए हैं। इसके लिए क्या-क्या एग्रिमेंट हुए थे और इस एग्रिमेंट के कागज भी ईडी को दिखाने के लिए कहा गया है। साथ ही नोटिस में गौरी से यह भी पूछा गया है कि तुलसियानी ग्रुप ने उनके बैंक खाते में कितना भुगतान किया है।

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शिकायतकर्ता ने लगाया आरोप 

शिकायतकर्ता किरीट जसवंत शाह ने बताया कि फरवरी 2022 में लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी में उन्होंने गौरी खान का विज्ञापन देखने के बाद एक फ्लैट खरीदा था। उन्होंने गौरी के ब्रांड एंबेसडर होने की वजह से फ्लैट खरीदा था उनकी विश्वसनीयता ब्रांड के साथ जुड़ी हुई थी। जसवंत का कहना है कि अब बिल्डर न तो फ्लैट पर कब्जा दे रहा है और न ही उनका पैसा वापस कर रहे है। साथ ही फ्लैट नहीं मिलने पर पिछले 5 सालों के दौरान कई लोगों ने कंपनी पर केस दर्ज करा चुके हैं।
जसवंत ने बताया कि पुलिस दबाव बढ़ने के बाद बिल्डर ने सुशांत गोल्फ सिटी में फ्लैट बनाए। लेकिन इसके बाद भी निवेशकों को कब्जा देने में टालमटोल करता रहा। शाह के मुताबिक, इससे पहले इसकी शिकायत रेरा में करने के बाद 3 फ्लैट जब्त किए गए थे।

बैंक से लिया 4 करोड़ से ज्यादा का कर्ज 

वहीं ED की शुरुआती जांच में एक और खुलासा हुआ है। जानकारी के मुताबिक तुलसियानी बिल्डर ने बैंक से कर्ज ले रखा है। तुलसियाना ग्रुप ने पंजाब नेशनल बैंक में जाली दस्तावेज जमाकर 4.63 करोड़ रुपए का कर्ज लिया था। जब बैंक ने कर्ज वसूली के लिए नोटिस भेजा तो बिल्डर ने उसपर कोई भी प्रतिक्रिया नही दी।  इसके बाद बैंक मैनेजर ने पुलिस में शिकायत की जिसके बाद तुलसियानी ग्रुप के निदेशक महेश तुलसियानी, अनिल कुमार तुलसियानी और पूर्व निदेशकों पर लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में केस दर्ज कराया गया था।
जिसके बाद निवेशकों का करोड़ों रुपए हड़पने के आरोप में लखनऊ पुलिस ने तुलसियाना ग्रुप के मालिक अजय तुलसियानी और अनिल कुमार तुलसियानी को गिरफ्तार किया था।