ED Summoned Kejriwal: ईडी के भेजे दूसरे समन को भी केजरीवाल ने बताया झूठा और राजनीति से प्रेरित

दिल्ली में हुए कथित शराब नीति घोटाला मामले में ईडी की ओर से भेजे समन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जवाब देते हुए इसे राजनीति से प्ररित बताया है। केजरीवाल ने कहा कि ये समन भी पिछले समन की तरह ही गैर कानूनी है। 

ED Summoned Kejriwal: ईडी के भेजे दूसरे समन को भी केजरीवाल ने बताया झूठा और राजनीति से प्रेरित

ED Summoned Kejriwal: दिल्ली में हुए कथित शराब नीति घोटाला मामले में ईडी की ओर से भेजे समन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जवाब देते हुए इसे राजनीति से प्ररित बताया है। केजरीवाल ने कहा कि ये समन भी पिछले समन की तरह ही गैर कानूनी है। 

दूसरी बार भेजा है समन

दरअसल ईडी ने ये दूसरी बार केजरीवाल को समन भेज दिल्ली शराब घोटाला मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था। हालांकि इस बार भी केजरीवाल ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे। केजरीवाल ने कहा कि मैं हर कानूनी समन मानने को तैयार हूं। ये समन भी पिछले समन की तरह ही गैर कानूनी है। मैंने अपना जीवन ईमानदारी और पारदर्शिता से जिया है।  इसलिए ईडी को ये समन वापस लेना चाहिए।

इस बार भी नहीं पेश होंगे केजरीवाल

ईडी ने शराब घोटाले में पूछताछ के लिए सोमवार 18 दिसंबर को उन्हें समन भेज कर बृहस्पतिवार 21 दिसंबर को बुलाया था। हालांकि अब तक केजरीवाल के वकीलों ने ईडी के नोटिस के संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की है। इसलिए हो सकता है कि वह बृहस्पतिवार को ईडी के समक्ष पेश होकर अपना पक्ष रखेंगे।

विपश्यना पर हैं केजरीवाल

जानकारी के अनुसार वकीलों की राय लेने के बाद ही केजरीवाल ने ईडी के समक्ष पेश होने के बजाय विपश्यना पर जाने का निर्णय लिया है। वकीलों ने इस बार फिर ईडी के समन में कोई खामी निकाली है और उनकी ओर से बृहस्पतिवार को इसका खुलासा करने की संभावना है। आम आदमी पार्टी ने ईडी के कदम पर सवाल उठाते हुए कहा था कि पार्टी के वकील समन का अध्ययन कर रहे हैं और कानूनी रूप से उचित कदम उठाए जाएंगे। इसके अलावा आप नेताओं ने कहा था कि केजरीवाल का विपश्यना पर जाने का कार्यक्रम पहले से ही निर्धारित था और यह जानकारी सार्वजनिक थी।

पहले भी किए जा चुके हैं तलब

अरविंद केजरीवाल को ईडी ने अक्तूबर में भी इस मामले में समन जारी करके दो नवंबर को तलब किया था, लेकिन वह उस दौरान भी ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए थे। तब उन्होंने विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनाव के प्रचार में व्यस्त होने का हवाला देते हुए ईडी के समक्ष पेेश होेने का समय मांगा था, वहींं दो नवंबर को उनके वकीलों ने ईडी के समन को गैर कानूनी करार दे दिया था।