Delhi blast: दिल्ली में हुए ब्लास्ट की खालिस्तानियों ने ली जिम्मेदारी, कहा- कभी भी हमला करने के लिए सक्षम, जांच जारी
दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 14 में CRPF स्कूल के पास 20 अक्टूबर को हुए धमाके की खालिस्तानियों ने जिम्मेदारी ली है।
Delhi blast: दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 14 (Rohini Sector 14) में CRPF स्कूल (CRPF School) के पास 20 अक्टूबर को हुए धमाके की खालिस्तानियों ने जिम्मेदारी ली है। सोशल मीडिया के प्लेटफार्म टेलीग्राम पर जस्टिस लीग इंडिया ग्रुप (Justice League India Group) पर उन्होंने मैसेज कर ये जानकारी दी है।
NIA और NSG ने भी शुरू की जांच
जस्टिस लीग इंडिया ग्रुप (Justice League India Group) में कहा गया है कि अब वे किसी भी वक्त हमला करने में कितने तैयार हैं। फिलहाल जांच एजेंसियां इस मैसेज की गहनता से जांच कर रही हैं। वहीं, नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) और नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) की टीम ने भी इस हमले की जांच शुरू कर दी है। दूसरी तरफ, गृह मंत्रालय ने इस मामले पर नजर बनाए हुए है। गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने दिल्ली पुलिस (Delhi Police) से रिपोर्ट मांगी है। फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) टीम के सूत्रों के अनुसार, शुरुआती जांच में क्रूड बम (crude bomb) जैसी सामग्री मिली है। हालांकि, पूरी रिपोर्ट मिलने के बाद ही आधिकारिक जानकारी मिल पाएगी।
घटना का सीसीटीवी फुटेज भी आया सामने
बता दें कि, दिल्ली के प्रशांत विहार (Prashant Vihar, Delhi) इलाके में रविवार (20 अक्टूबर) सुबह करीब 7:30 बजे एक तेज धमाका हुआ। इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ। लेकिन सीआरपीएफ स्कूल (CRPF School) की दीवार, आस-पास की दुकानें और मौके पर खड़ी कुछ कारों को नुकसान पहुंचा है। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। वहीं धमाके के बाद से लोगों में दहशत में है।
चरमराती सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुली- सीएम आतिशी
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी (Chief Minister Atishi) ने इस धमाके के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने एक्स पर लिखा- बम ब्लास्ट की घटना दिल्ली की चरमराती सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल रही है। दिल्ली में लॉ एंड ऑर्डर की जिम्मेदारी बीजेपी की केंद्र सरकार (BJP central government) के पास है। लेकिन बीजेपी अपना यह काम छोड़कर सारा समय दिल्ली की चुनी हुई सरकार के कामों को रोकने में लगाती है। उन्होंने आगे लिखा कि यही कारण है आज दिल्ली में 1990 के दशक के मुंबई अंडरवर्ल्ड के दौर जैसा हाल हो गया है। शहर में सरेआम गोलियां चल रही हैं, गैंगस्टर वसूली कर रहे हैं और अपराधियों का मनोबल बहुत बढ़ा हुआ है। बीजेपी के पास ना काम करने की नीयत है ना काबिलियत।
आतंकी हमले के एंगल से भी जांच
वहीं त्योहारों से पहले दिल्ली में हुए इस धमाके के बाद दिल्ली पुलिस अलर्ट हो गई है। इसके बाद राजधानी के पुलिस थानों को सतर्कता और जांच बढ़ाने के लिए कहा गया है। बाजारों के साथ मोहल्लों में भी पैदल गश्त बढ़ा दी गई है। इस पुलिस ने लोगों से अनुरोध किया है कि अगर उन्हें कोई संदिग्ध वस्तु दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। बता दें कि इसी साल मई में देश भर के करीब 150 से ज्यादा स्कूलों में बम धमाके की धमकी मिली थी। ये सब धमकियां ईमेल के जरिए दी गईं थीं। वहीं स्कूलों को मिली धमकियों के एंगल से भी जांच एजेंसियां पड़ताल कर रही हैं। इस हमले की जांच आतंकी एंगल से भी की जा रही है। घटना क्षेत्र के आसपास के सीवर लाइन और सीसीटीवी फुटेज की भी जांच-पड़ताल की जा रही है। घटना को लेकर नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) को भी बुलाया गया है।