Atal Bridge in Mumbai: आज से खुल गया देश का सबसे लंबा अटल ब्रिज, जानिए क्या है इसकी खासियत
पीएम ने भारत के इकोनॉमी सिटी मुंबई को 17,840 करोड़ रुपये की लागत से बने अटल ब्रिज की सौगात दी है। इस ब्रिज के जरिये अब मुंबई समुद्र के उपर उड़ने को तैयार है।
Atal Bridge in Mumbai: इसे करिश्मा कहें या इंजीनियरिंग का खास नमूना, हम बात कर रहे हैं मुंबई में बने देश के सबसे लंबे अटल ब्रिज की। जिसका उद्घाटन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। पीएम ने भारत के इकोनॉमी सिटी मुंबई को 17,840 करोड़ रुपये की लागत से बने अटल ब्रिज की सौगात दी है। इस ब्रिज के जरिये अब मुंबई समुद्र के उपर उड़ने को तैयार है।
मायानगरी मुंबई में अब इस ब्रिज के जरिये यातायात में बड़े बदलाव की उम्मीद की जा रही है। मुंबई के लोगों को अटल ब्रिज का बड़ी बेसब्री से इंतजार था जो अब खत्म हो गया है। इस ब्रिज से जहां मुंबई और नवी मुंबई के बीच आना-जाना आसान हो जाएगा तो वहीं इस ब्रिज पर यातायात शुरु होने से कहीं ना कहीं शहर के दूसरे हिस्सों के आवाजाही पर असर पड़ेगा। बता दें कि ये पुल शिवडी-न्हावाशेवा को जोड़ेगा। इसे मुंबई हार्बर ट्रांस लिंक (MTHL) नाम से जाना जा रहा है।
अटल ब्रिज की खासियत
- केवल 20 मिनट में मुंबई से नवी मुंबई पहुंचना मुमकिन होगा।
- समुद्र पर बने अटल ब्रिज की कुल लंबाई 22 किलोमीटर है।
- 21.8 किलोमीटर लंबे ब्रिज में 16.5 किमी हिस्सा पानी पर है।
- मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक का 5.5 किमी हिस्सा जमीन पर है।
- प्रतिदिन इस ब्रिज से 70 हजार वाहन गुजरने का अनुमान।
- इस ब्रिज से आने-जाने का का कुल टोल 375 रुपये होगा।
- सिंगल राइड के लिए 250 रुपये टोल निर्धारित।
- प्रतिदिन टोल के जरिए 1.75 करोड़ रुपये की होगी कमाई।
इन इलाकों को होगा सीधा फायदा
अटल ब्रिज के शुरु होने के बाद मुंबई से नवी मुंबई, नवी मुंबई एयरपोर्ट, मुंबई-पुणे एक्सप्रेस, मुंबई गोवा हाइवे तक ट्रैफिक में फंसे बिना अब पहुंचना आसान होगा। देश का सबसे लंबा ब्रिज कई मायनों में खास है। इस ब्रिज पर गाड़ी को 100 किलोमीटर की स्पीड से चलाया जा सकेगा। गाड़ियों की स्पीड बनाए रखने के लिए देश में पहली बार ओपन रोड टोलिंग सिस्टम यानी MTHL पर होगा।
अटल ब्रिज को बनाने में 10 देशों ने की मदद
10 देशों के एक्सपर्ट और 15,000 स्किल्ड वर्कर्स की मदद से एमएचटीएल का निर्माण किया गया है। ये ब्रिज अत्याधुनिक तकनीक से बना है, जो 100 साल तक भूकंप के झटकों और समुद्र की तेज लहरों के बीच खड़ा रहने में सक्षम है। इसके निर्माण के दौरान पर्यावरण और समुद्री जीवों का खयाल रखा गया है। इस ब्रिज को तैयार करने में 17,840 करोड़ रुपये की लागत आई है। MTHL के खुल जाने के बाद मुंबई, नवी मुंबई के बाद रायगड जिले में तीसरी मुंबई तैयार करने की योजना सरकार ने बनाई है। इसके लिए MTHL तैयार करने वाली एजेंसी MMRDA को वहां की प्लानिंग अथॉरिटी नियुक्त किया गया है। यह देश का सबसे लंबा पुल होगा तो वहीं दुनिया में यह लंबाई के मामले में 12वें नंबर है।
2 घंटे का सफर 20 मिनट में तय
अटल ब्रिज से अगर मुंबई और नवी मुंबई के बीच यात्रा करते हैं तो 2 घंटे का सफर सिर्फ 20-25 मिनट में तय हो जाएगा। जिससे ईंधन और समय दोनों की बचत होगी। इस ब्रिज का लिंक महाराष्ट्र के 2 सबसे बड़े शहरों को जोड़ने वाले मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे से होगा, जो 6 लेन का होगा। मुंबई पुलिस की तरफ मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (MTHL) पर 4 पहिया वाहनों के लिए अधिकतम गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। इन वाहनों में कार, टैक्सी, हल्के मोटर वाहन, मिनी बस और टू-एक्सल बस शामिल हैं। इस पुल के ऊपर और नीचे 190 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें से 130 कैमरे हाईटेक और AI से लैस हैं।
फ्लोमिंग पक्षियों व समुद्री जीवों को नहीं होगा नुकसान
जानकारी के मुताबिक मुंबई हार्बर टांस लिंक जहां पर बनाया गया है। उस इलाके में हर साल सर्दियों में फ्लेमिंगो पक्षी यहां आते हैं। इन पक्षियों का खास ख्याल रखते हुए पुल के किनारे साउंड बैरियर लगाए गए हैं। इस साउंड बैरियर से ध्वनि प्रदूषण नहीं होगा और पक्षियों भी सुरक्षित रहेंगे, उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। इसके अलावा ब्रिज पर खास लाइटें लगाई गई हैं जो सिर्फ पुल पर पड़ेगी। ये लाइटें समुद्री जीवों को नुकसान नहीं पहुंचाएंगी।