Congress Boycott Ram Mandir: कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने राम मंदिर उद्घाटन में आने के न्योते को किया अस्वीकार
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने कुछ नया नहीं किया। वे हमेशा से भगवान राम का विरोध करते आए हैं और सनातन को अपमान करने की कोशिश करते रहे हैं।
Congress Boycott Ram Mandir: राम मंदिर उद्घाटन के न्योते को कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने अस्वीकार कर दिया है। कांग्रेस ने आज बुधवार 10 जनवरी को कहा कि पार्टी की संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर अभिषेक समारोह में शामिल नहीं होंगे। कांग्रेस ने कहा है कि ये कार्यक्रम भाजपा ने राजनीतिक लाभ के लिए आयोजित किया है।
जयराम रमेश ने जारी किया बयान
कांग्रेस के संचार प्रभारी जयराम रमेश ने एक बयान में कहा, "भगवान राम हमारे देश में लाखों लोगों द्वारा पूजे जाते हैं और धर्म एक व्यक्तिगत मामला है, लेकिन आरएसएस और भाजपा ने लंबे समय से अयोध्या में मंदिर का एक राजनीतिक प्रोजेक्ट बनाया है। भाजपा और आरएसएस के नेताओं द्वारा "अधूरे मंदिर" का उद्घाटन स्पष्ट रूप से "चुनावी लाभ के लिए" आगे लाया गया है।"
निमंत्रण को सम्मानपूर्वक अस्वीकार
जयराम रमेश ने आगे कहा कि 2019 के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करते हुए और भगवान राम का सम्मान करने वाले लाखों लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने स्पष्ट रूप से आरएसएस/भाजपा कार्यक्रम के निमंत्रण को सम्मानपूर्वक अस्वीकार कर दिया है।"
अनुराग ठाकुर ने किया पलटवार
कांग्रेस के इस फैसले पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने कुछ नया नहीं किया। वे हमेशा से भगवान राम का विरोध करते आए हैं और सनातन को अपमान करने की कोशिश करते रहे हैं। उन्होंने कई मौकों पर भगवान राम के अस्तित्व को भी नकारा है। अगर उन्होंने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को बॉयकॉट करने का फैसला लिया है तो देश की जनता आगामी लोकसभा चुनाव में उन्हें बॉयकॉट करेगी।