Chhattisgarh Election Update: भूपेश बघेल को थी महादेव ऐप घोटाले की जानकारी : भाजपा

भाजपा ने रविवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर कटाक्ष किया। भाजपा ने कहा कि उन्हें महादेव ऐप घोटाले की जानकारी थी और उनका यह दावा फर्जी था कि पुलिस ने मोबाइल एप्लिकेशन पर कार्रवाई की है।

Chhattisgarh Election Update: भूपेश बघेल को थी महादेव ऐप घोटाले की जानकारी : भाजपा

Chhattisgarh Election Update: भाजपा ने रविवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel) पर कटाक्ष किया। भाजपा ने कहा कि उन्हें महादेव ऐप घोटाले (mahadev app scam) की जानकारी थी और उनका यह दावा फर्जी था कि पुलिस ने मोबाइल एप्लिकेशन पर कार्रवाई की है। महादेव ऐप बघेल की पुलिस के संरक्षण में चलता था, जिसमें कई पुलिसकर्मियों का सहयोग था। 

बीजेपी आईटी सेल (BJP IT Cell) प्रमुख अमित मालवीय (Amit Malviya) ने एक्स पर एक पोस्ट में कांग्रेस के खिलाफ नया मोर्चा खोलते हुए कहा, ''महादेव ऐप घोटाले की जानकारी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को थी। न सिर्फ उन्हें पता था, बल्कि सार्वजनिक डोमेन में मौजूद जानकारी के मुताबिक, उन्हें अब तक 508 करोड़ रुपये मिल चुके हैं।''

उन्होंने कहा, ''बघेल का यह दावा फर्जी था कि छत्तीसगढ़ पुलिस (Chhattisgarh Police) ने महादेव आप के खिलाफ कार्रवाई की। इसके विपरीत, पुलिसकर्मियों की गवाही से पता चलता है कि उन्होंने जबरन वसूली के लिए एफआईआर दर्ज की और निचले स्तर के ऑपरेटरों और पंटर्स को गिरफ्तार किया। छत्तीसगढ़ पुलिस ने किसी भी एफआईआर (FIR) या आरोप पत्र में मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर या रवि उप्पल का नाम नहीं लिया। उन्होंने अपनी शक्तियों के तहत न तो आरसीएन जारी किया और न ही प्रत्यर्पण का अनुरोध किया।"

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भाजपा ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियों के हस्तक्षेप के बाद ही दोनों को आरोपी बनाया गया, एनबीडब्ल्यू (गैर जमानती वारंट) जारी किया गया और इंटरपोल को आरसीएन (रेड कॉर्नर नोटिस) भेजा गया।मालवीय ने कहा, "450 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई और प्रत्यर्पण प्रक्रिया शुरू हुई।" उन्होंने जोर देकर कहा कि पुलिस के पास आईटी अधिनियम की धारा 69ए के तहत सीडॉट को वेबसाइटों को बंद करने की सिफारिश करने की पूरी शक्ति है। लेकिन छत्तीसगढ़ पुलिस की ओर से कोई अनुरोध नहीं किया गया। 

महादेव ऐप भूपेश बघेल की पुलिस के संरक्षण में चलता था

उन्होंने कहा, "ईडी ने अनुरोध किया था। लेकिन चूंकि महादेव पैनल ज्यादातर बंद व्हाट्सएप और टेलीग्राम समूहों पर काम करते हैं, इसलिए उन्हें केंद्रीय रूप से ब्लॉक नहीं किया जा सकता है।" भाजपा नेता ने कहा, "महादेव ऐप भूपेश बघेल की पुलिस के संरक्षण में चलता था, जिसमें कई पुलिसकर्मियों का सहयोग था। यहां तक कि एसपी अभिषेक पल्लव को भी एक स्टिंग में यह स्वीकार करते हुए देखा गया था कि छत्तीसगढ़ के कई पुलिसकर्मी पैनल का संचालन कर रहे हैं। भूपेश बघेल कटघरे में हैं और उन्हें यह पता है।" 

उनकी यह टिप्पणी कांग्रेस द्वारा बघेल के बचाव में सामने आने और केंद्र सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध में लिप्त होने का आरोप लगाने के बाद आई है। कांग्रेस ने कहा था कि यह चुनाव जीतने के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और कांग्रेस की छवि खराब करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक स्पष्ट साजिश है। जब ईडी ने शुक्रवार रात दावा किया कि महादेव ऐप प्रमोटरों ने बघेल को 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था, ऐसा एक गिरफ्तार आरोपी ने कहा है। इसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश, अभिषेक मनु सिंघवी और केसी वेणुगोपाल सभी बघेल के बचाव में एक साथ आए थे।