Chhath Puja in Bihar: सूर्य देव की अराधना में डूबा पूरा बिहार, छठी मैया के गीतों से गुंजायमान हुईं चारो दिशाएं
पूरे देश में इन दिनों लोक आस्था के महापर्व छठ की धूम है। वैसे तो छठ पूजा का ये पर्व यूपी-बिहार समेत कई राज्यों में मनाया जाता है, लेकिन बिहार में छठ पर्व की छठा देखते ही बनती है।
Chhath Puja in Bihar: पूरे देश में इन दिनों लोक आस्था के महापर्व छठ की धूम है। वैसे तो छठ पूजा का ये पर्व यूपी-बिहार समेत कई राज्यों में मनाया जाता है, लेकिन बिहार में छठ पर्व की छठा देखते ही बनती है।
बिहार के घर-घर में छठ पूजा बड़े ही धूमधाम और हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है। हिंदू धर्म में छठ पर्व का विशेष महत्व होता है। छठ पर्व को लेकर पटना समेत पूरा बिहार भगवान सूर्य की भक्ति में सराबोर हो गया है। हर तरफ बस छठी मैया के लोक गीत सुनाई दे रहे हैं, पूरा वातावरण छठी मैया के भोजपुरी गीत के रस में डूब चुका है।
छठ पूजा के मौके पर रौशन हुआ बिहार
चार दिनों तक चलने वाले छठ महापर्व की शुरुआत 17 नवंबर से हो चुकी है। छठ पूजा के पहले दिन जहां व्रतियों ने नहाय खाय की परंपरा निभाई तो वहीं दूसरे दिन शुक्रवार की शाम व्रतधारियों ने खरना किया। कि 19 नंवबर की शाम व्रती गंगा के तट और विभिन्न जलाशयों में पहुंचकर डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे। छठ पर्व को लेकर पूरा बिहार भक्तिमय हो गया है। मुहल्लों से लेकर गंगा तटों तक यानी पूरे इलाके में छठ पूजा के पारंपरिक गीत गूंज रहे हैं।
राजधानी पटना की सभी सड़कें पूरी तरह सज गई हैं जबकि गंगा घाटों में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है। राजधानी के मुख्य सड़कों से लेकर गलियों तक की सफाई की गई है। आम से लेकर खास वर्ग के लोग सड़कों की सफाई में व्यस्त हैं। हर कोई छठ पर्व में हाथ बंटाना चाह रहा है।
पटना में कई पूजा समितियों द्वारा विभिन्न स्थानों पर भगवान भास्कर की मूर्ति स्थापित की गई है। पूरा माहौल छठमय हो उठा है। कई स्थानों पर तोरण द्वारा लगाए गए हैं तो कई पूजा समितियों द्वारा लाइटिंग की व्यवस्था की गई है।
पटना में गंगा के 82 घाटों और 41 तालाबों की व्यवस्था
पटना में जिला प्रशासन की ओर से व्रतियों के लिए गंगा के 82 घाटों और 41 तालाबों में व्रतधारियों के लिए भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए व्यवस्था की गई है। पटना के 23 गंगा घाटों को खतरनाक घोषित किया गया है। सभी घाटों की निगरानी के लिए सीसीटीवी और वीडियोग्राफी के इंतजाम किए गए हैं। खतरनाक घाटों पर लाल कपड़ा लगाया गया है और 'खतरा' के बोर्ड लगाए गए हैं। किसी भी घटना की आशंका को लेकर भी इन घाटों पर पुलिस की तैनाती की गई है।
सभी घाटों पर NDRF की टीम तैनात
पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि ने बताया कि पटना के गंगा घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। सभी घाटों पर एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है तथा चिकित्सा दलों की व्यवस्था की गई है। 270 दंडाधिकारियों की तैनाती की है तथा पुलिसकर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। गंगा नदी में नाव के परिचालन पर रोक लगा दी गई है तथा छठ घाटों पर पटाखा छोड़ने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
औरंगाबाद के सूर्य देव मंदिर में लाखों की भीड़
वहीं, मुजफ्फरपुर, सासाराम, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर सहित सभी जिलों के गांव से लेकर शहर तक लोग छठ पर्व की भक्ति में डूबे हैं। औरंगाबाद के प्रसिद्ध देव सूर्य मंदिर परिसर में लाखों की भीड़ छठ के मौके पर जुटी हुई है। बता दें कि शुक्रवार की शाम व्रतियों ने भगवान भास्कर की आराधना की और खरना किया। खरना के साथ ही व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरु हो गया।
रविवार को व्रती करेंगे पारण
पर्व के तीसरे दिन शनिवार की शाम छठव्रती नदी, तालाबों सहित विभिन्न जलाशयों में पहुंचकर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे। पर्व के चौथे दिन यानी रविवार को उदीयमान सूर्य के अर्घ्य देने के बाद ही श्रद्धालुओं का व्रत समाप्त हो जाएगा।
इसके बाद व्रती अन्न-जल ग्रहण कर 'पारण' करेंगे।