Cash for query: आज होगी 'कैश फॉर क्वेरी' मामले में ऐथिक्स कमेटी की बैठक, निशिकांत दुबे व देहाद्राई देंगे महुआ के खिलाफ सबूत
Cash for query: कैश फॉर क्वेरी मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पूरी तरह से फंस चुकी हैं। उनके खिलाफ आए सबूतों की जांच के लिए आज एथिक्स कमेटी की पहली बैठक बुलाई गई है।
Cash for query: कैश फॉर क्वेरी (Cash for query) मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (TMC MP Mahua Moitra) पूरी तरह से फंस चुकी हैं। उनके खिलाफ आए सबूतों की जांच के लिए आज एथिक्स कमेटी की पहली बैठक बुलाई गई है।
विनोद सोनकर (vinod sonkar) की अध्यक्षता वाली ऐथिक्स कमेटी के सामने महुआ मोइत्रा के खिलाफ करने वाले बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (BJP MP Nishikant Dubey) और वकील जय अनंत देहाद्राई (Advocate Jai Ananth Dehadrai) पेशे होंगे
निशिकांत दुबे व जय अनंत देहाद्राई पेश करेंगे सबूत
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ शिकायत करने वाले भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और एडवोकेट जय अनंत देहाद्राई विनोद सोनकर की अध्यक्षता वाली ऐथिक्स कमेटी के सामने पेश होकर इस मामले से जुड़े सबूत, साक्ष्य और तथ्यों की जानकारी कमेटी को देंगे।
लोक सभा की ऐथिक्स कमेटी ने एडवोकेट जय अनंत देहाद्राई को गुरुवार दोपहर 12 बजे और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को दोपहर 12:30 बजे बुलाया है। आईएएनएस के साथ खास बातचीत करते हुए कमेटी के चेयरमैन विनोद सोनकर पहले ही यह बयान दे चुके हैं कि कमेटी महुआ मोइत्रा को भी अपना पक्ष रखने का मौका देगी और इसके लिए उन्हें भी भविष्य में कमेटी के सामने अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया जाएगा।
विनोद सोनकर ने इस मामले को गंभीर बताया
मीडिया से बातचीत करने के दौरान विनोद सोनकर ने यह भी बताया था कि दर्शन हीरानंदानी का एफिडेविट भी कमेटी को प्राप्त हो गया है। उन्होंने इस आरोप को बहुत गंभीर बताते हुए कहा कि कमेटी गहराई के साथ सारे तथ्यों, सबूतों, आरोपों, पत्रों और एफिडेविट की जांच करने के बाद ही नतीजे पर पहुंचेगी।
दरअसल,लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ पैसे और गिफ्ट लेकर सदन में सवाल पूछने को लेकर की गई शिकायत को जांच के लिए सदन की ऐथिक्स कमेटी को भेज दिया था।
एथिक्स कमेटी में बीजेपी, कांग्रेस, बसपा, शिवसेना के सांसद होंगे मौजूद
ऐथिक्स कमेटी ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ शिकायत करने वाले भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को 26 अक्टूबर को मौखिक साक्ष्य देने के लिए बुलाया था। इसी मामले में महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाने वाले एडवोकेट जय अनंत देहाद्राई को भी कमेटी ने 26 अक्टूबर को ही मौखिक साक्ष्य देने के लिए बुलाया था।
आपको बता दें कि,भाजपा सांसद विनोद सोनकर की अध्यक्षता वाली लोक सभा की ऐथिक्स कमेटी में भाजपा के अलावा कांग्रेस, शिवसेना, बसपा,सीपीएम,वाईएसआर कांग्रेस और जेडीयू के सांसद भी सदस्य के तौर पर शामिल हैं।