Bulldozer Action: सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को विपक्ष का समर्थन, मायावती ने कहा- कानून के तहत होनी चाहिए कार्रवाई
बुलडोजर एक्शन को लेकर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर कई राजनीतिक नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती ने सर्वोच्य न्यायालय के आदेश की सराहना की है।
Bulldozer Action: बुलडोजर एक्शन (Bulldozer Action) को लेकर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की टिप्पणी पर कई राजनीतिक नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi), समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Samajwadi Party President Akhilesh Yadav) और बसपा प्रमुख मायावती (BSP chief Mayawati) ने सर्वोच्य न्यायालय के आदेश की सराहना की है। मायावती (Mayawati) ने मंगलवार को एक्स पर लिखा कि बुलडोजर का भी इस्तेमाल अब सुप्रीम कोर्ट के आने वाले फैसले के मुताबिक ही होना चाहिए। हालांकि उचित तो यही होगा कि इसका इस्तेमाल करने की जरूरत ही ना पड़े। इसके साथ ही मायावती ने यूपी सरकार पर कई सवाल उठाए। उन्होंने अपना दौर याद करते हुए कानून सम्मत कार्रवाई की वकालत की।
कानून के तहत होनी चाहिए कार्रवाई- मायावती
मायावती ने एक्स पर लिखा- देश में आपराधिक तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई कानून के तहत होनी चाहिए तथा इनके अपराध की सजा उनके परिवार व नजदीकी लोगों को नहीं मिलनी चाहिए। यह सब हमारी पार्टी की रही सरकार ने ’कानून द्वारा कानून का राज’ (रूल ऑफ लॉ बाय लॉ) स्थापित करके भी दिखाया है।
सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के मुताबिक कार्रवाई होनी चाहिए- मायावती
मायावती (Mayawati) ने आगे लिखा- बुलडोजर का भी इस्तेमाल अब माननीय सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आने वाले निर्णय के मुताबिक ही होना चाहिए। हालांकि उचित तो यही होगा कि इसका इस्तेमाल करने की जरूरत ही न पड़े क्योंकि आपराधिक तत्वों को सख्त कानूनों के तहत भी निपटा जा सकता है।
अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए- मायावती
अगले पोस्ट में बुलडोजर का जिक्र करते हुए उन्होंने अपनी बात रखी। मायावती (Mayawati) ने कहा कि जबकि आपराधिक तत्वों के परिवार व नजदीकियों पर बुलडोजर का इस्तेमाल करने की बजाय सम्बन्धित अधिकारियों पर ही कठोर कार्रवाई होनी चाहिए, जो ऐसे तत्वों से मिलकर, पीड़ितों को सही न्याय नहीं देते हैं। सभी सरकारें इस ओर जरूर ध्यान दें।
बीजेपी का संविधान विरोधी चेहरा बेनकाब हुआ- राहुल गांधी
वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) ने कहा कि मानवता और न्याय को बुलडोजर के नीचे कुचलने वाली भाजपा का संविधान विरोधी चेहरा बेनकाब हो गया है। राहुल ने एक्स पर लिखा कि हम उम्मीद करते हैं कि इस मामले में कोर्ट निर्देश जारी कर भाजपा सरकारों के लोकतंत्र विरोधी अभियान से जनता की रक्षा करेगा। देश बाबा साहब के संविधान से चलेगा, सत्ता की चाबुक से नहीं।
न्याय का बुलडोजर चल गया- अखिलेश यादव
इससे पहले यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Former Chief Minister Akhilesh Yadav) ने भी बुलडोजर विवाद (bulldozer controversy) पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह संविधान के खिलाफ है। अखिलेश ने सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई का ज़िक्र करते हुए कहा कि मैं सभी को बधाई देता हूं कि न्याय का बुलडोजर चल गया है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि- अन्याय के बुलडोज़र’ से बड़ा होता है, ‘न्याय का तराज़ू’। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) इससे पहले भी ‘बुलडोजर न्याय’ को लेकर योगी सरकार को घेरते रहे हैं।
दोषी के खिलाफ भी नहीं की जा सकती बुलडोजर कार्रवाई- SC
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर कार्रवाई के मामले पर सख्त टिप्पणी की है। मामले की सुनवाई करते हुए जस्टिस बीआर गवई की बेंच ने कहा कि आपराधिक कानून में आरोपी के खिलाफ बुलडोजर की कार्रवाई कैसे की जा सकती है? कोर्ट ने कहा है कि अगर कोई दोषी भी है तो उसके खिलाफ बुलडोजर की कार्रवाई नहीं की जा सकती, यह कानून के खिलाफ है।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने दाखिल की याचिका
दरअसल, जमीयत उलेमा-ए-हिंद (Jamiat Ulema-e-Hind) ने हाल ही में यूपी, मध्य प्रदेश और राजस्थान में हुई घटनाओं का हवाला देते हुए बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में याचिका दायर की थी। इस याचिका में जमीयत ने अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाए जाने का आरोप लगाया है। याचिका में सरकार को आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने से रोकने की मांग की गई है।