Bahraich Violence: बहराइच में बेकाबू हुए हालात, विसर्जन यात्रा में डीजे बजाने से शुरू हुआ विवाद
रविवार (14 अक्टूबर) को हरदी इलाके में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान डीजे बजाने पर दूसरे समुदाय से भारी विवाद हो गया था। देखते ही देखते ये विवाद भीषण हिंसा में बदल गया। मौके पर भीड़ जमकर पथराव किया और आगजनी की।
Bahraich Violence: यूपी के बहराइच (Bahraich) में बीते दिन हुई हिंसा को लेकर जिले में आज भी हालात बेकाबू हो गए हैं। हजारों की भीड़ ने एक अस्पताल में आग लगा दी और कई शोरूम-दुकानों को फूंक दिया। आक्रोशित भीड़ को देखकर पुलिस भी पीछे हटने पर मजबूर हो गई। इसके बाद आसपास के 6 जिलों से भारी मात्रा में पुलिस फोर्स और पीएसी को बुलाया गया।
एसटीएफ चीफ और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर बहराइच पहुंचे
वहीं, बहराइच के हिंसा प्रभावित क्षेत्र में इंटरनेट सेवा बंद (internet service down) कर दी गई है। लखनऊ से एसटीएफ चीफ (STF Chief) और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर (ADG Law and Order) भी बहराइच पहुंच गए हैं। उन्होंने आगजनी कर रही भीड़ को पहले तो रोका, जब वह नहीं मानी तो हाथ में पिस्टल लेकर उनको दौड़ा लिया।
विसर्जन यात्रा में डीजे बजाने पर शुरू हुआ विवाद
दरअसल, रविवार (14 अक्टूबर) को हरदी इलाके में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान डीजे बजाने पर दूसरे समुदाय से भारी विवाद हो गया था। देखते ही देखते ये विवाद भीषण हिंसा में बदल गया। मौके पर भीड़ जमकर पथराव किया और आगजनी की। इसके साथ 20 राउंड से ज्यादा फायरिंग भी की गई। जिसमें 22 साल के राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई।
बहराइच-सीतापुर हाइवे पर गाड़ियों में लगाई आग
वहीं जिले में आज भी जबरदस्त तनाव का माहौल है। हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्रा के शव को लेकर सैकड़ों लोग सड़क पर उतर आए हैं। वो पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दोषियों को तुरंत अरेस्ट करने और सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। इस बीच बहराइच-सीतापुर हाइवे पर आक्रोशित भीड़ ने दो गाड़ियों में आग लगा दी। इसके साथ ही कई दुकानों में तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर दिया। बहराइच हिंसा के बीच प्रभावित इलाके के लोगों को पुलिस दूसरी जगह शिफ्ट कर रही है। कई लोगों को पुलिस थाने में लेकर आई है। इसके साथ ही पुलिस स्थिति को काबू करने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है।
बहराइच में इंटरनेट सेवा को बंद
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी (Chief Minister Yogi) के निर्देश पर होम सेक्रेटरी संजीव गुप्ता और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर मौके पर पहुंच गए हैं। इलाके में भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। हालात पर काबू पाने के लिए 6 कंपनी पीएसी (PAC) भी लगाई गई है। पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इसके साथ ही बहराइच में इंटरनेट सेवा (Internet service) को बंद कर दिया गया है। ताकि, किसी तरह की अफवाह न फैलने पाए।
10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
वहीं बहराइच हिंसा मामले में पुलिस ने अब्दुल हमीद, फहीम, साहिर खान, सरफराज, ननकऊ और मारफ अली सहित 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वहीं चार लोग अज्ञात हैं। इस मामले में अब तक 30 से अधिक लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से किया इनकार
दूसरी तरफ, हिंसा में मारे गए युवक का शव परिजनों और ग्रामीणों ने महसी तहसील के मुख्यालय पर रख दिया है। यहां भारी फोर्स तैनात है। डीएम, एसपी से लेकर दर्जनों अधिकारी आक्रोशित लोगों को मनाने में लगे हुए हैं। लेकिन परिजन मानने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने अपने बेटे का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है।