Arvind Kejriwal: इस्तीफे के बाद हरियाणा दौरे पर केजरीवाल,कहा-यहां कोई भी सरकार आम आदमी पार्टी के बिना नहीं बनेगी
दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद अरविंद केजरीवाल पहली बार हरियाणा दौरे पर हैं। यहां केजरीवाल ने यमुनानगर के जगाधरी में डेढ़ किमी रोड शो निकाला। रोड शो के दौरान केजरीवाल ने बयान दिया जिसकी चर्चा चारों ओर हो रही है।
Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद अरविंद केजरीवाल पहली बार हरियाणा दौरे पर हैं। यहां केजरीवाल ने यमुनानगर के जगाधरी में डेढ़ किमी रोड शो निकाला। रोड शो के दौरान केजरीवाल ने बयान दिया, उन्होंने कहा कि हरियाणा में कोई भी सरकार आम आदमी पार्टी के बिना नहीं बनेगी। साथ ही उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें जेल में डालकर AAP के विधायक को खरीदने की कोशिश की। लेकिन वो लोग विधायक तो दूर, कोई कार्यकर्ता तक नहीं खरीद पाए।
अरविंद केजरीवाल ने की वोट अपील
आम आदमी पार्टी मुखिया अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को हरियाणा में यमुनानगर के जगाधरी में रोड शो किया। पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में वोट की अपील की। उन्होंने तिहाड़ जेल में बिताए दिनों का जिक्र करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने उन्हें जेल में डाल दिया था। मुझे तोड़ने की बहुत कोशिश की, तरह-तरह की यातनाएं दी। बीजेपी मकसद केजरीवाल को झुकाना था। लेकिन उनको ये नहीं पता था कि केजरीवाल हरियाणा के हैं और उनके रगों में हरियाणा का खून है। साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी ने उनके साथ जो किया, हरियाणा का बच्चा-बच्चा उसका बदला लेगा।
यही है ईमानदार पार्टी-अरविंद केजरीवाल
बीजेपी पर हमला बोलते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जेल में सामान्य कैदियों को मिलने वाली सुविधाएं भी उन्हें नहीं दी गईं। जब वे जेल में था तब बीजेपी ने उनकी सरकार तोड़ने की बहुत कोशिश की। लेकिन, एक भी एमएलए नहीं तोड़ पाए। विधायक तो छोड़िए एक कार्यकर्ता तक नहीं तोड़ पाए। यही है ईमानदार पार्टी। पूरा हरियाणा बदलाव चाह रहा है। इस बार हरियाणा में ईमानदार पार्टी लोगों के बीच है।
'मेरी रगों में हरियाणा का खून दौड़ रहा'
जगाधरी विधानसभा में भाषण देते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'जगाधरी के लोगों को मेरा राम-राम। बीजेपी ने उन पर फर्जी केस करके जेल में डाल दिया था। वे 5 महीने जेल में रहे। जेल में बीजेपी उन्हें तोड़ने की बहुत कोशिश की। साथ ही उन्हें सामान्य मुजरिम को मिलने वाली सुविधाएं भी नहीं दीं।