Artifical Intelligence: AI से ट्रैफिक कंट्रोल करने वाला पहला शहर बना कानपुर, सिटी के 5 चौराहों से हुई शुरुआत

उत्तर प्रदेश का कानपुर, वो पहला शहर है, जहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI ट्रैफिक कंट्रोल कर रहा है। इसकी शुरुआत शहर के 5 चौराहों को मॉडल बनाकर की गई है। यहां लगे सीसीटीवी कैमरों को AI से अटैच किया गया है।

Artifical Intelligence: AI से ट्रैफिक कंट्रोल करने वाला पहला शहर बना कानपुर, सिटी के 5 चौराहों से हुई शुरुआत

Artifical Intelligence:दुनिया भर में AI यानि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artifical Intelligence) सुर्खियों में है। मौजूदा समय में AI का इस्‍तेमाल लगभग हर सेक्‍टर में तेजी से बढ़ रहा है। AI के आने के बाद कई सेक्टर ऐसे हैं जिनका स्वरूप बदल रहा है। चाहे वो हेल्थ सेक्टर हो, ट्रैफिक हो, कृषि हो या एजुकेशन सेक्टर हो। वहीं इस दौरान ट्रैफिक की समस्या से निपटने में इसका इस्तेमाल किया जा रहा। और यूपी में इसकी शुरुआत भी हो चुकी है।   

चौराहे पर वाहन ना होने पर ग्रीन सिग्नल दे रहा AI

उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) का कानपुर (Kanpur), वो पहला शहर है, जहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI ट्रैफिक कंट्रोल (AI traffic control system) कर रहा है। इसकी शुरुआत शहर के 5 चौराहों को मॉडल बनाकर की गई है। यहां लगे सीसीटीवी कैमरों को AI से (AI based cctv camera) अटैच किया गया है। और ये AI कैमरे वाहनों को देखकर ग्रीन, रेड और येलो सिग्नल दे रहे हैं।  कानपुर के राजीव पेट्रोल पंप चौराहा, एमजी कालेज चौराहा हडसन, एलनगंज तिराहा, मरियमपुर चौराहा, विजय नगर चौराहे है। जहां AI एक्टिव है इस दौरान वहां पुलिसकर्मियों की तैनाती कम कर दी गई है।

पुलिस के काम के साथ ट्रैफिक भी हुआ हल्का

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से अटैच ये (AI based cctv camera) कैमरे चौराहे पर गाड़ियां ना होने पर ग्रीन सिग्नल दे रहे है। मान लीजिए एक चौराहे पर हर लेन में वाहनों को गुजरने के लिए 60 सेकेंड का समय दिया गया है। इस दौरान किसी एक लेन में ट्रैफिक नहीं होने पर भी सामने वाली लेन के वाहन सवारों को पूरा 60 सेकेंड तक इंतजार करना होता है। लेकिन,  अब AI (Artifical Intelligence) की मदद से लोगों को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ रहा है। अब एक लेन में एक भी वाहन नहीं होने पर AI 5 सेकेंड तक वेट करता है और फिर नेक्स्ट लेन को ग्रीन सिग्नल दे देता है। इस वजह से रेड सिग्नल पर खड़े वाहन सवारों को पूरे 60 सेकेंड तक इंतजार नहीं करना पड़ता। इससे चौराहों पर ट्रैफिक का दबाव भी नहीं है। इसका बड़ा फायदा यह है कि जहां पुलिस का काम हल्का हुआ है। वहीं राहगीरों का वक्त भी बचा है।

शहर के 27 चौराहों पर भी AI मॉडल लागू करने की तैयारी

इसके परिणाम अच्छे मिलने के बाद शहर के अन्य 27 चौराहों पर भी AI मॉडल लागू करने की तैयारी है। इनमें जरीब चौकी, रावतपुर, परेड, बड़ा चौराहा, सद्भावना चौकी चौराहा, ईदगाह चौराहा, टाटमिल चौराहा, अफीमकोठी, फूलबाग, लालइमली, चुन्नीगंज, गोल चौराहा, वीआईपी रोड, हलीम कॉलेज चौराहा, विजय नगर, नवाबगंज, फजलगंज, रावतपुर गांव समेत अन्य चौराहों के नाम शामिल हैं।