UP Corruption News: यूपी सरकार की कृषि योजनाओं में भारी भ्रष्टाचार, शिकायत के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई

केंद्र और राज्य सरकारों ने देश के किसानों के लिए विभिन्न योजनाएं बनाई है, जो वर्तमान समय में चल भी रही है। लेकिन कृषि विभाग में बैठे अधिकारी किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के बजाय उसमें बाधा बन रहे है और किसानों से धन उगाही कर रहे है।

UP Corruption News: यूपी सरकार की कृषि योजनाओं में भारी भ्रष्टाचार, शिकायत के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई

UP Corruption News: केंद्र और राज्य सरकारों ने देश के किसानों के लिए विभिन्न योजनाएं बनाई है, जो वर्तमान समय में चल भी रही है। लेकिन कृषि विभाग में बैठे अधिकारी किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के बजाय उसमें बाधा बन रहे है और किसानों से धन उगाही कर रहे है। केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ लेने के लिए किसानों को रिश्वत देनी पड़ रही है। ऐसे कई मामले उत्तर प्रदेश से सामने आए है। जिसमें शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। 

संयुक्त कृषि निदेशक अयोध्या मण्डल से की शिकायत

इस बीच एक और शिकायत का मामला सामने आया है। अब अधीनस्थ कृषि सेवा संघ जनपद ईकाई के जिलाध्यक्ष उमा शंकर वर्मा ने किसान पाठशाला और गोष्ठी पर खर्च की गई रकम का भुगतान न किये जाने पर संयुक्त कृषि निदेशक अयोध्या मण्डल से शिकायत की है। जिलाध्यक्ष ने उमा शंकर वर्मा ने अपने शिकायती पत्र में  छह मुद्दे शामिल किये है। उन्होंने पत्र में आरोप लगाया है कि उपनिदेशक कृषि ने विराट किसान मेला, न्याय पंचायत स्तर पर आयोजित गोष्ठियों पर खर्च की गई धनराशि का अभी तक भुगतान नहीं किया है। जबकि इन गोष्ठियों के आयोजन के लिए कर्मचारियों ने ही जलपान की व्यवस्था अपनी जेब से की थी। इतना ही नहीं कर्मचारियों का शोषण एवं मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है।

सरकार की योजनाओं में अधिकारी ही लगा रहे सेंध

बता दें कि प्रदेश सरकार किसानों की आय दो गुना करने के लिए खाद बीज, कीटनाशक दवाओं सहित कृषि यंत्रों पर अनुदान देती है। लेकिन जनपद में कृषि विभाग के अधिकारी व कर्मचारी अनुदान देने के बदले रिश्वत की मांग खुलेआम करते है और न देने पर किसी न किसी बहाने से अनुदान की राशि रोक दी जाती है। 

मिल्कीपुर तहसील उप कृषि निदेशक पर लगे कई आरोप

दूसरी तरफ, मिल्कीपुर तहसील के उधुई सराय गांव के प्रगतिशील कृषक रघुवीर यादव ने उप कृषि निदेशक डॉ. अर्जुन यादव व प्रवीण पर 10 हजार घूस मांगने, समय पर कृषि यंत्र का सत्यापन न करने व जानबूझकर कृषक को अनुदान से वंचित रखने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर किसी अन्य विभाग से जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है। कृषक का आरोप है कि उसने कृषि विभाग के पोर्टल से टोकन निकालकर टोकन मनी जमा करने के बाद कृषि यंत्र सुपर सीटर खरीदा था और समय से कृषि यंत्र का बिल सहित अन्य जरूरी कागजात विभाग के पोर्टल पर अपलोड कर दिया था लेकिन जान बूझकर अनुदान राशि कृषक के खाते में नहीं भेजी गयी। 

अयोध्या में भी कृषि अधिकारी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप

इससे पहले भी अयोध्या में तैनात तत्कालीन कृषि विभाग के निदेशक डॉ. संजय कुमार त्रिपाठी पर भी सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार के आरोप लगे है। शिकायत के बाद भी संजय त्रिपाठी पर विभागीय या कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है।