Teacher Dismissed: कर्नाटक के मेंगलुरु में टीचर बर्खास्त, रामायण और महाभारत को बताया था काल्पनिक
कर्नाटक के मेंगलुरु में एक स्कूल की एक टीचर ने रामायण और महाभारत को काल्पनिक बताया है। स्कूल की टीचर ने छात्रों से क्लास रूम में कहा कि भगवान राम कल्पना के आधार पर बनाए गए एक किरदार हैं।
Teacher Dismissed: कर्नाटक के मेंगलुरु में एक स्कूल की एक टीचर ने रामायण और महाभारत (Ramayana and Mahabharata) को काल्पनिक बताया है। स्कूल की टीचर ने छात्रों से क्लास रूम में कहा कि भगवान राम (lord ram)कल्पना के आधार पर बनाए गए एक किरदार हैं। जिसके बाद छात्रों के परिजनों ने टीचर का जमकर विरोध किया। वहीं विवाद बढ़ता देख स्कूल प्रबंधन ने सोमवार 13 फरवरी को टीचर को बर्खास्त कर दिया।
बीजेपी विधायक भी प्रदर्शन में हुए शामिल
मामला कर्नाटक (Karnataka) के मेंगलुरु (Mangaluru) के सेंट गेरोसा इंग्लिश एचआर प्राइमरी स्कूल (St Gerosa English HR Primary School) का है। यहां 10 फरवरी को राइट विंग ग्रुप (right wing group) के लोगों ने टीचर के खिलाफ प्रदर्शन किया। टीचर के खिलाफ प्रदर्शन में भाजपा विधायक वेदव्यास कामथ (BJP MLA Vedvyas Kamath) भी शामिल हुए।
टीचर ने पीएम मोदी के खिलाफ भी की बात
भाजपा विधायक के मुताबिक, टीचर ने क्लास में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के खिलाफ भी छात्रों से बात की। इसके साथ टीचर ने 2002 के गोधरा दंगों (Godhra riots of 2002) और बिलकिस बानो गैंगरेप (bilkis bano gangrape) का भी जिक्र किया। बीजेपी विधायक का आरोप है कि टीचर ने बच्चों के मन में नफरत पैदा करने की कोशिश की है। इसके अलावा बीजेपी विधायक ने स्कूल से कहा कि आपकी टीचर हमारी हिंदू छात्राओं से बिंदी न लगाने, गजरा या पायल न पहनने के लिए कह रही हैं। वह कहती हैं कि भगवान राम पर दूध डालना बर्बादी है। उन्होंने कहा कि यदि कोई हमारे विश्वास का अपमान करेगा तो हम चुप नहीं रहेंगे।
स्कूल प्रबंधन ने जारी किया लेटर
जानकारी के मुताबिक, टीचर को बर्खास्त करने के बाद स्कूल प्रबंधन ने एक लेटर जारी किया है। इसमें कहा गया कि सेंट गेरोसा स्कूल का इतिहास 60 साल पुराना है। स्कूल में आज तक ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने हमारे और आपके बीच एक अविश्वास पैदा कर दिया है। हमने घटना पर एक्शन लिया है। यह आपके और हमारे बीच विश्वास को फिर से बनाने में मदद करेगा।
उधर, मामले को लेकर टीचर के खिलाफ अब तक कोई केस दर्ज नहीं कराया गया है। डिप्टी डायरेक्टर ऑफ पब्लिक इंस्ट्रक्शन्स (DPPI) मामले की जांच में कर रही है।