Shahi Eidgah: शाही ईदगाह की सीढ़ियों के नीचे बने कूप पर पूजा की मांग, इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल
मथुरा की शाही ईदगाह को लेकर एक और याचिका इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल की गई है। अब शाही ईदगाह की सीढ़ियों के नीचे बने कूप पर पूजा के अधिकार की मांग की गई है। पूजा के अधिकार की मांग को लेकर श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास ने कोर्ट में अर्जी लगाई है।
Shahi Eidgah: मथुरा की शाही ईदगाह (Shahi Eidgah of Mathura) को लेकर एक और याचिका इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) में दाखिल की गई है। अब शाही ईदगाह (Shahi Eidgah) की सीढ़ियों के नीचे बने कूप पर पूजा के अधिकार की मांग की गई है। पूजा के अधिकार की मांग को लेकर श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास (Sri Krishna Janmabhoomi Mukti Trust) ने कोर्ट में अर्जी लगाई है। याचिका में कहा गया है कि होली के बसोड़ा पर इसकी विशेष पूजा होती रही है। यह पूजा लंबे समय से चली आ रही है, लेकिन बीते कुछ सालों से मुस्लिम पक्ष की ओर से पूजा का अनावश्यक विरोध किया जा रहा है। ऐसे में पूजा को फिर से सुचारू रूप से शुरू करवाया जाए। वहीं इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) ने इस मामले की अगली सुनवाई के लिए 13 मार्च की तारीख दी है। न्यायमूर्ति मयंक कुमार जैन (Justice Mayank Kumar Jain) की कोर्ट केस की सुनवाई करेगी।
धार्मिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है यह कुआं
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह (Mahendra Pratap Singh) का दावा है कि यह कुआं हिन्दुओं के लिए धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है। इसका निर्माण भगवान श्रीकृष्ण के प्रपौत्र ब्रजनाभ ने बनवाया था। महेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक, शाही ईदगाह में सीढ़ियों के पास बना कुआं बहुत पुराना है। इस कुएं के जल से जन्मस्थान पर कान्हा का अभिषेक किया जाता था। इस कुएँ पर महिलाएँ होली के त्यौहार के बाद शीतला माता की पूजा करती आईं हैं। यह बासोड़ा की पूजा कही जाती है। यह पूजा लम्बे समय से होती आ रही है। इसके अलावा इसी कुएं पर हिंदू समाज के लोग अपने बच्चों का मुंडन कराने आते रहे हैं। लेकिन जबसे श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर हिन्दुओं ने सर्वे सहित अन्य माँगे चालू की हैं, तबसे मुस्लिम पक्ष इस पूजा में रुकावट डालने लगा है। अब इस पूजा को करवाने के लिए प्रशासन को भारी पुलिस बल की तैनाती करनी पड़ती है। पिछले साल भी ऐसा ही हुआ था।
भगवान कृष्ण के जन्म स्थान पर बनी है शाही ईदगाह मस्जिद
बता दें कि वर्तमान समय में यह शाही ईदगाह बहुत विवादित है और इसको लेकर न्यायालयों में कई याचिकाएं दाखिल की गई हैं। हिन्दू पक्ष का कहना है कि मथुरा में स्थित श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर के बराबर में बनी शाही ईदगाह वाला ढांचा जबरन उसी स्थान पर बनाया गया था, जहा भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था। इस जगह पर कब्जा करके ढांचा बनाया गया है। वहीं यहां पर अभी भी कई ऐसे सबूत मौजूद हैं जो कि यह सिद्ध करते हैं कि यहां पहले कृष्ण मंदिर था।
कंस के कारागार में हुआ था भगवान श्रीकृष्ण का जन्म
हिन्दू पक्ष के मुताबिक, भगवान श्रीकृष्ण का जन्म राजा कंस के कारागार में हुआ था और यह जन्मस्थान शाही ईदगाह के वर्तमान ढांचे के ठीक नीचे है। सन् 1670 में मुगल राजा औरंगज़ेब ने मथुरा पर हमला कर दिया था और केशवदेव मंदिर को ध्वस्त कर उसी स्थान पर शाही ईदगाह मस्जिद बनवा दी थी... बता दें कि हिन्दू पक्ष 13.37 एकड़ जमीन पर दावा करते हुए यहां से शाही ईदगाह के ढांचे को हटाने की मांग करते रहे हैं।