PM Modi in Tamil Nadu: पीएम मोदी ने रंगनाथस्वामी मंदिर में की पूजा-अर्चना, हाथी को गुड़ खिलाया लिया आशीर्वाद
पीएम मोदी ने तिरुचिरापल्ली के श्रीरंगम के श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की। पीएम मोदी इस मंदिर में जाने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री हैं। पीएम मोदी ने मंदिर में अंदल नाम के हाथी को गुड़ खिलाया और आशीर्वाद लिया।
PM Modi in Tamil Nadu: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) शनिवार यानि 20 जनवरी को तमिलनाडु के दौरे पर हैं। पीएम मोदी ने तिरुचिरापल्ली के श्रीरंगम के श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की। पीएम मोदी इस मंदिर में जाने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री हैं। पीएम मोदी ने मंदिर में अंदल नाम के हाथी को गुड़ खिलाया और आशीर्वाद लिया।
पीएम मोदी भजन संध्या में होंगे शामिल
प्रधानमंत्री मोदी रंगनाथस्वामी मंदिर (Sri Ranganathaswamy Temple) में दर्शन के बाद श्री रामायण पारायण कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में 8 अलग-अलग पारंपरिक मंडलियां राम की अयोध्या वापसी के प्रसंग का वर्णन करेंगी। कार्यक्रम में शामिल ये मंडलियां संस्कृत, अवधी, कश्मीरी, गुरुमुखी, असमिया, बंगाली, मैथिली और गुजराती रामकथाओं का पाठ करेंगी। पीएम मोदी दोपहर के बाद रामेश्वरम (Rameshwaram) पहुंचेंगे। पीएम मोदी यहां श्री अरुलमिगु रामनाथस्वामी मंदिर (Sri Arulmigu Ramanathaswamy Temple) में दर्शन और पूजा करेंगे। जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी यहां भजन संध्या में भी शामिल होंगे।
22 जनवरी को रामलला का प्राण प्रतिष्ठा समारोह
दरअसल, 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला का प्राण प्रतिष्ठा समारोह है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी उन मंदिरों में दर्शन कर रहे हैं, जिनका रामायण में जिक्र है और श्री रंगनाथस्वामी और रामेश्वरम मंदिर भगवान राम के जीवन से जुड़े हैं। इन मंदिरों की यात्रा के दौरान पीएम मोदी उस क्षेत्र की भाषाओं जैसे मराठी, मलयालम, तमिल और तेलुगु में रामायण पाठ के कार्यक्रम में हिस्सा लेते हैं।
रंगनाथस्वामी मंदिर की विशेषता
बता दें कि त्रिची के श्रीरंगम में बना श्री रंगनाथस्वामी मंदिर देश के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। माना जाता है कि रंगनाथस्वामी मंदिर का निर्माण विजयनगर काल यानि 1336-1565 के दौरान किया गया था। इस मंदिर का उल्लेख पुराणों समेत कई प्राचीन ग्रंथों में मिलता है। श्री रंगनाथस्वामी मंदिर अपनी स्थापत्य कला और गोपुरम के लिए प्रख्यात है। यहां पूजे जाने वाले मुख्य देवता श्री रंगनाथ स्वामी हैं, जो भगवान विष्णु का लेटा हुआ रूप हैं। तमिल कवि कंबन ने यहां पहली बार कम्ब रामायणम को सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत किया था।
रामनाथस्वामी मंदिर की खासियत
इस मंदिर में पूजे जाने वाले मुख्य देवता श्री रामनाथस्वामी हैं, जो भगवान शिव का एक रूप हैं। यह मान्यता है कि इस मंदिर में शिवलिंग की स्थापना और पूजा श्री राम और माता सीता ने की थी। यह मंदिर सबसे लंबे गलियारे में से एक है, जो अपनी सुंदर वास्तुकला के लिए भी बहुत प्रसिद्ध है।