Mayawati: मायावती की मध्य प्रदेश में ताबड़तोड़ रैलियां, 14 नवंबर तक करेंगी 9 जनसभाएं

मायावती ने आज यानि 6 नवंबर को राज्य के दो जिलों एक अशोकनगर जिले के मुंगावली और दूसरी निवाड़ी जिले में जनसभाएं की।

Mayawati: मायावती की मध्य प्रदेश में ताबड़तोड़ रैलियां, 14 नवंबर तक करेंगी 9 जनसभाएं

Mayawati: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने अपनी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। पार्टी सुप्रीमो मायावती आज से मध्य प्रदेश में चुनावी रैलियों की शुरुआत कर दी है। मायावती ने आज यानि 6 नवंबर को राज्य के दो जिलों एक अशोकनगर जिले के मुंगावली और दूसरी निवाड़ी जिले में जनसभाएं की। मायावती ने अशोक नगर जिले की मुंगावली सीट से बीएसपी प्रत्याशी मोहन सिंह यादव के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया। 

मायावती ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अन्य सभी विरोधी पार्टियों के साम-दाम दंड-भेद आदि हथकंडों से आप लोग सावधान रहें। खासकर उनके हवा-हवाई, प्रलोभन भरे घोषणा पत्रों में तो बिल्कुल भी ना आएं। ये पार्टियां सत्ता में आने के बाद इन्हें भूल जाती हैं। मायावती ने आगे कहा कि, यही वजह है कि हमारी पार्टी किसी भी चुनाव में अपना घोषणा पत्र जारी नहीं करती है। क्योंकि हमारी पार्टी कहने में कम, काम करके दिखाने में ज्यादा विश्वास रखती है। 

मायावती ने कहा कि, चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के बड़े नेता कहते हैं कि अति पिछड़े वर्ग को पूरा फायदा दिलाने के लिए जातीय जनगणना होनी चाहिए। इन्हें ये मालूम होना चाहिए कि जब अंग्रेजों के जाने के बाद लंबे वक्त तक कांग्रेस पार्टी सत्ता में रही, तब कांग्रेस के सत्ता के दौरान सबसे पहले पिछड़े वर्ग के लोगों को आरक्षण देने के लिए जो सर्वे हुआ था, उसे कांग्रेस पार्टी की सरकार ने लागू नहीं किया।

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि मंडल कमीशन की रिपोर्ट को भी कांग्रेस सरकार ने लागू नहीं किया। जिस कांग्रेस पार्टी ने मंडल कमीशन और काका कालेलकर की रिपोर्ट को लागू नहीं किया। आज चुनाव के दौरान पिछड़ों का वोट लेने के लिए बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं। लोगों को इनकी हवा-हवाई बातों के बहकावे में नहीं आना चाहिए।

बता दें कि मायावती 6 नवंबर से 14 नवंबर तक एमपी विधानसभा चुनाव के लिए कुल नौ जनसभाएं करेंगी। 7 नवंबर को छतरपुर और दमोह, 8 नवंबर को रीवा और सतना और 14 नवंबर को भिंड और मुरैना में रैलियां करेंगी। इसके अलावा भी मायावती की रैलियां तय की जा सकती है।