Former IPS Prem Prakash: पूर्व आईपीएस प्रेम प्रकाश ने थामा बीजेपी का दामन, भूपेंद्र चौधरी ने दिलाई पार्टी की सदस्यता
उत्तर प्रदेश के पूर्व आईपीएस प्रेम प्रकाश ने आज 21 मई को बीजेपी (BJP) का दामन थाम लिया है। लखनऊ स्थित भाजपा के प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने प्रेम प्रकाश को पार्टी की सदस्यता दिलाई।
Former IPS Prem Prakash: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व आईपीएस प्रेम प्रकाश (Former IPS Prem Prakash) ने आज 21 मई को बीजेपी (BJP) का दामन थाम लिया है। लखनऊ स्थित भाजपा के प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी (State President Bhupendra Chaudhary) ने प्रेम प्रकाश को पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy Chief Minister CM Brajesh Pathak) भी मौजूद रहे।
सपा सरकार में साइड लाइन किये गए प्रेम प्रकाश
मायावती सरकार (Mayawati government) में ताकतवर अधिकारी प्रेम प्रकाश को सपा सरकार में साइड लाइन कर दिया गया था। इसके बाद जब यूपी में बीजेपी की योगी सरकार (yogi government) आई तो एक बार फिर से प्रेम प्रकाश को अहम पदों पर तैनाती मिली। इस दौरान वे यूपी के अलग-अलग जिलों में आईजी रेंज (IG Range) से लेकर एडीजी जोन (ADG Zone) तक पदों पर तैनात किये गए।
सीएए और एनआरसी के दंगों में संभाली बड़ी जिम्मेदारी
बता दें कि भाजपा में दलित अधिकारियों के ज्वाइन होने का सिलसिला जारी है। इससे पहले आईपीएस से रिटायर्ड होने के बाद ब्रजलाल, असीम अरुण, विजय कुमार के बाद चौथे दलित आईपीएस अधिकारी प्रेम प्रकाश ने बीजेपी ज्वाइन की है। एडीजी पद से रिटायर्ड होने के बाद प्रेम प्रकाश ने साल 2019 में सीएए और एनआरसी के दंगों के दौरान कानपुर में बड़ी जिम्मेदारी निभाई थी। वहीं मुख्तार अंसारी को यूपी की बांदा जेल में लाने की जिम्मेदारी को लेकर भी वे चर्चा में थे।
प्रेम प्रकाश को मिली थी मुख्तार अंसारी को बांदा लाने की जिम्मेदारी
1993 बैच के पूर्व आईपीएस अधिकारी प्रेम प्रकाश दिल्ली के रहने वाले हैं। उन्होंने बीटेक करने के बाद पुलिस मैनेजमेंट में मास्टर इन डिप्लोमा का कोर्स किया था। वे आगरा, मुरादाबाद, एनसीआर समेत कई जिलों में कप्तान भी रह चुके हैं। इसके अलावा प्रेम प्रकाश ने 12 जुलाई 2009 को लखनऊ में जीआईजी और एसएसपी पद की जिम्मेदारी संभाली थी। बीएसपी सरकार के दौरान मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को बांदा लाने की जिम्मेदारी उस समय प्रेम प्रकाश को मिली थी। उस समय वो एडीजी के पद पर थे।