Dead Body in Train: ट्रेन में लाश के साथ 600 किमी तक लोगों ने की यात्रा

तमिलनाडु संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के जनरल कोच में यात्रियों ने एक लाश के साथ 600 किमी तक यात्रा की।

Dead Body in Train: ट्रेन में लाश के साथ 600 किमी तक लोगों ने की यात्रा

Dead Body in Train: तमिलनाडु संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के जनरल कोच में यात्रियों ने एक लाश के साथ 600 किमी तक यात्रा की। इस दौरान यात्रियों ने अफसरों से लाश को ट्रेन से उतारने की मांग की लेकिन किसी ने यात्रियों की फरियाद पर सुनवाई नहीं की।

पूरा मामला

दरअसल चेन्नई से दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन जा रही तमिलनाडु संपर्क क्रांति ट्रेन के जनरल कोच में एक यात्री की सिर दर्द की शिकायत के बाद अचानक मौत हो गई। लेकिन जब यात्रियों ने अधिकारियों को इसकी सूचना दी और लाश को हटवाने की मांग की, तब भी वो लाश जनरल कोच में उसी हालात में पड़ी रही। आखिरकार जब ट्रेन झांसी पहुंची तब जाकर कहीं शव को ट्रेन से उतारा गया। नागपुर से झांसी तक 600 किमी के इस सफर को यात्रियों ने लाश के साथ तय किया। जिस दौरान ट्रेन में सवार लोग दहशत में रहे।

स्टेशन पर उतर की लाश हटाने की मांग

यात्रियों ने बताया कि उन्होंने भोपाल स्टेशन पर उतरकर रेलवे के अफसरों से लाश को ट्रेन से उतारने की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने भी इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। लाश को भोपाल स्टेशन पर नहीं उतारा गया जिसकी वजह से यात्रियों को नागपुर से झांसी तक लाश के साथ यात्रा करनी पड़ी।

लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा

भोपाल पर लाश नहीं उतराने पर यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया। जिसके बाद ट्रेन के स्टाफ ने झांसी कंट्रोल को सूचना दी। इसके बाद ट्रेन जब दोपहर 12:30 बजे झांसी पहुंची, तो जीआरपी और आरपीएफ ने शव को ट्रेन से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

किसकी थी लाश

बांदा के बबेरू इलाके के निवासी रामजीत अपने साढ़ू गोवर्धन के साथ रविवार को चेन्नई से तमिलनाडु संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में जनरल कोच में यात्रा कर रहे थे। ट्रेन रविवार रात को 2:44 बजे नागपुर पहुंची। यहां ट्रेन का 15 मिनट का ठहराव था। इस दौरान रामजीत के सिर में अचानक दर्द होने लगा और वह सीट से गिर गया। साढ़ू गोवर्धन और अन्य यात्रियों ने रामजीत को उठाया, तो देखा कि वह दम तोड़ चुका है। इसके बाद कोच में सवार यात्रियों में हड़कंप मच गया। 

रात भर नहीं सो पाए लोग

पूरी रात यात्री कोच में लाश होने की दहशत से लोग सो नहीं पाए। जनरल कोच में सवार कई महिलाएं तो सीट से उठकर बाहर निकल गई थीं। तो वहीं कई यात्रियों ने अपने बच्चों को वहां से हटा दिया।