Congress: कांग्रेस नेता सुरजेवाला को मिली राहत, सुप्रीम कोर्ट ने गैर-जमानती वारंट पर लगाई रोक
23 साल पुराने एक मामले में उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया गया था जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने 5 हफ्ते की रोक लगा दी है।
Congress: कांग्रेस प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। 23 साल पुराने एक मामले में उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया गया था जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने 5 हफ्ते की रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार यानि 9 नवंबर को आदेश दिया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला के खिलाफ जारी गैर-जमानती वारंट पर तुरंत अमल नहीं किया जाएगा।
CJI की अध्यक्षता वाली पीठ ने रोक लगाई
मामले की सुनवाई करते हुए सीजेआई डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने 2000 में सुरजेवाला के खिलाफ दर्ज एक एफआईआर के संबंध में जारी गैर-जमानती वारंट को रद्द करने के लिए ट्रायल कोर्ट से संपर्क करने के लिए कांग्रेस नेता सुरजेवाला को चार सप्ताह का समय दिया। पीठ ने कहा कि अगले पांच सप्ताह तक वारंट पर अमल नहीं किया जायेगा। यह वारंट वाराणसी की MP/MLA कोर्ट की ओर से जारी किया गया था। कोर्ट ने सुरजेवाला से कहा कि वह वारंट रद्द करवाने के लिए 4 हफ्ते के भीतर MP/MLA कोर्ट में आवेदन दाखिल करें।
साल 2000 का है मामला
बता दें कि ये मामला साल 2000 में वाराणसी में यूथ कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान हुए उपद्रव से जुड़ा हुआ है। तब सुनवाई के दौरान सुरजेवाला के पेश न होने के चलते कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी कर दिया था।
7 नवंबर को एमपी-एमएलए कोर्ट में हुई सुनवाई
इससे पहले रणदीप सिंह सुरजेवाला के खिलाफ चल रहे 23 साल पुराने केस की मंगलवार यानि 07 नवंबर को एमपी-एमएलए कोर्ट में सुनवाई हुई थी। कोर्ट ने सुरजेवाला के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करने का आदेश सुनाया था और 21 नवंबर को उन्हें कोर्ट में उपस्थित होने के लिए कहा था। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सख्ती से कहा था, “साल 2000 के इस पुराने मामले को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जल्द से जल्द निष्तारित करना है। जिसमें कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला के खिलाफ कई तारीखों से गैर-जमानती वारंट जारी किया जा रहा है लेकिन वो कोर्ट में उपस्थित नहीं हो रहे हैं।
मामला क्या है?
बता दें कि 23 साल पुराने यानि साल 2000 में हुए फेमस संवासिनी कांड में कांग्रेस नेताओं ने गिरफ्तारी के विरोध में कमिश्नरी परिसर में तोड़फोड़ करने समेत सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप तत्कालीन कांग्रेस युवा नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला के साथ कई कांग्रेस नेताओं पर लगा था। वहीं 23 साल पुराने इस मामले में कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला के खिलाफ अभी आरोप तय होना है।