CM Yogi: सीएम योगी ने पंतनगर-अबरारनगर के वासियों को दी बड़ी राहत, अब नहीं चलेगा बुलडोजर

मुख्यमंत्री आवास पहुंचे प्रभावित परिवारों के भय और भ्रम का समाधान करते हुए सीएम योगी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पंतनगर हो या इंद्रप्रस्थनगर, वहां निवासरत लोगों की सुरक्षा और शांतिपूर्ण जीवन के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।

CM Yogi: सीएम योगी ने पंतनगर-अबरारनगर के वासियों को दी बड़ी राहत, अब नहीं चलेगा बुलडोजर

CM Yogi: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने पंतनगर (Pantnagar), इंद्रप्रस्थनगर (indraprasthanagar) एवं रहीमनगर (Rahimnagar) आदि क्षेत्रों के लोगों की समस्याओं का समाधान कर दिया है। मंगलवार 16 जुलाई को मुख्यमंत्री आवास पहुंचे प्रभावित परिवारों के भय और भ्रम का समाधान करते हुए सीएम योगी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पंतनगर हो या इंद्रप्रस्थनगर, वहां निवासरत लोगों की सुरक्षा और शांतिपूर्ण जीवन के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। संबंधित प्रकरण में एनजीटी के आदेशों के क्रम में नदी के फ्लड प्लेन जोन के घरों को चिन्हित किया गया है। फ्लड प्लेन जोन में निजी भूमि भी सम्मिलित है। लेकिन, निजी भूमि को खाली कराने की ना तो वर्तमान में कोई आवश्यकता है और ना ही कोई प्रस्ताव है। निजी भूमियों में बने निजी भवनों के ध्वस्तीकरण का कोई विषय विचाराधीन नहीं है।

लाल निशानों से आमजन में डर और भ्रम फैला- सीएम योगी

सीएम योगी ने कहा कि फ्लड प्लेन जोन (flood plain zone) को चिन्हित करने के दौरान मकानों पर लगाए गए लाल निशानों से आम जन में डर और भ्रम फैला है, इसका कोई औचित्य नहीं था और इसके लिए जवाबदेही तय की जाए। सीएम योगी ने इन क्षेत्रों में साफ-सफाई व जनसुविधाओं के विकास के लिए भी आवश्यक निर्देश दिए हैं।

सीएम योगी ने अधिकारियों को दिये सख्त आदेश

उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि तत्काल क्षेत्र में विजिट करें, लोगों से मिलें। उनका भय और भ्रम दूर किया जाए। प्रभावित परिवारों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रिवर बेड विकसित करने में यदि कोई निजी भूमि पर बना भवन निर्माण आता है, जिसका प्रमाणित स्वामित्व किसी निजी व्यक्ति का है, उसे नियमानुसार समुचित मुआवजा देकर ही अधिग्रहित किया जाएगा। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के बाद परिवारों ने उनके प्रति आभार जताया और 'योगी हैं तो यकीन है' के नारे भी लगाए। 

कुकरैल नदी को पुनर्जीवित करने की योजना

बता दें कि कुकरैल नदी को प्रदूषण मुक्त एवं पुनर्जीवित करने के संबंध में सिंचाई विभाग द्वारा विगत दिनों एनजीटी के आदेशों के क्रम में नदी के फ्लड प्लेन जोन का चिन्हांकन किया गया है। नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा (National Mission for Clean Ganga) की अधिसूचना-2016 के क्रम में उक्त कार्यवाही की जा रही है। 

कुकरैल नदी के आसपास बनाए गए दो प्लेन जोन 

कुकरैल नदी (Kukrail River) के दो प्लेन जोन चिन्हित किए गए हैं। पहला, नदी तल और दूसरा फ्लड प्लेन जोन। रिवर बेड लगभग 35 मीटर चौड़ाई तथा फ्लड प्लेन जोन नदी किनारे से 50 मीटर तक सिंचाई विभाग (Irrigation Department) द्वारा चिन्हित किया गया है। कतिपय व्यक्तियों द्वारा फ्लड प्लेन जोन के चिन्हांकन के संबंध में कई मिथ्या तथ्यों को प्रचारित किया जा रहा था, जिसे लेकर स्थानीय जनता में भय और भ्रम का माहौल था।