Bijli Mahadev Temple: हिमाचल के कुल्लू में बेहद ही चमत्कारी है यह मंदिर साल में 1 बार भोलेनथ पर गिरती है बिजली
सावन का महीना बेहद शुभ माना जाता है। यह माह विशेषकर शिव भक्तों के लिए बहुत खास होता है। इस पूरे माह लोग भगवान शिव की आराधना करते हैं। देशभर में महादेव के कई मंदिर जिनकी अपनी अपनी महानता और महिमा है। ऐसा ही एक मंदरि है बिजली महादेव मंदिर(Bijli Mahadev Temple)। कहा जाता है कि इस मंदिर में भोलेनाथ के ऊपर हर 12 साल में एक बार बिजली गिरती है,
Bijli Mahadev Temple: सावन का पावन महीना आज से शुरू हो गया है। आज सावन का पहला सोमवार भी है। ऐसे में भक्त शिव जी के मंदिर जा कर उनकी पूजा करते है। ऐसा ही एक मंदिर हिमाचल प्रदेश के कुल्लू घाटी (Kullu Valley of Himachal Pradesh)के सुंदर गांव काशावरी में स्थित है। बता दें कि, ये धाम 2460 मीटर की ऊंचाई पर बना हुआ है। दूर-दूर से भक्त इस धाम में पूजा करने आते है। इस मंदिर की महिमा का गुणगान जितना भी किया जाए, उतना कम है। वहीं इस मंदिर को लेकर एक कहानी बहुत ही चर्चित है, तो चलिए आपको बताते है कि क्या है वो कहानी।
जानें बिजली महादेव मंदिर की महिमा
सावन का महीना बेहद शुभ माना जाता है। यह माह विशेषकर शिव भक्तों के लिए बहुत खास होता है। इस पूरे माह लोग भगवान शिव की आराधना करते हैं। देशभर में महादेव के कई मंदिर जिनकी अपनी अपनी महानता और महिमा है। ऐसा ही एक मंदरि है बिजली महादेव मंदिर(Bijli Mahadev Temple)। कहा जाता है कि इस मंदिर में भोलेनाथ के ऊपर हर 12 साल में एक बार बिजली गिरती है, जिसके बाद शिवलिंग कई टुकड़ों में बंट जाता है, वहीं इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि, मंदिर के पुजारियों द्वारा एक मुख्य लेप से जोड़े जाने पर यह शिवलिंग जुड़ भी जाता है। कहा जाता हैं कि लेप के लिए कुछ प्राचीन सामग्री, दाल के आटे, अनाज और मक्खन आदि से बने पेस्ट का उपयोग किया जाता है। बता दें कि इस रहस्य को अब तक तो कोई समझ नहीं पाया है। लेकिन बड़ी संख्या में इस मंदिर में भीड़ उमड़ती है, खासकर सावन के महीने में हजारों भक्त का तांता यहां लगा रहता है। भक्तों का मानना है कि इस मंदिर में मांगी जाने वाली सारी मनोकामनाएं पूरी होती है।
सावन में इस बार बन रहें है ये खास योग
सावन के महीने में इस बार बन रहें है बेहद खास योग। इस बार सावन की शुरुआत सोमवार के दिन हो रही है। दरअसल कई साल बाद इस बार सावन में, राज योग, गजकेसरी योग, शश योग, कुबेर योग, आयुष्मान योग बन रहें है। माना जाता है कि, ये धार्मिक योग शुभ कार्यों को शुरू करने में बेहद फलदायी माने जाते है। बता दें कि, सावन के पहले सोमवार को ही सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। कहा जाता है कि, इस योग में रुद्राभिषेक और व्रत रखने से भगवान शिव की असीम कृपा मिलती है, साथ ही सच्चे मन से मांगी सारी मनोकामनाएं पूरी होती है।
सावन में कैसे करें शिव जी की पूजा
कल है सावन का पहला सोमवार तो ऐसे में सुबह जल्दी उठकर सबसे पहले स्नान करें, उसके बाद शिव मंदिर जाएं, शिव जी को जल अर्पित करें। उसके बाद सच्चे मन से 108 बार शिव मंत्र का जाप करें। ऐसा कहा जाता है कि, शिव जी को सफेद रंग की चीजें पसंद है। तो ऐसे में मदार(आक) के फूल, सफेद बर्फी, अर्पित कर सकते है। इसके अलावा आप धतुरे, बेलपत्र, भांग, शमी की पत्तियां भी भगवान को बेहद प्रिय है। इसके बाद शाम में शिव जी की आरती करें, और उनका ध्यान करें।