Loksabha chunav2024: लोकसभा चुनाव से पहले गुजरात कांग्रेस को झटका, दो बड़े नेताओं ने थामा भाजपा का दामन

लोकसभी चुनाव से पहले गुजरात कांग्रेस को उस समय झटका लगा जब उसके वरिष्ठ नेता नारायण राठवा और उनके बेटे संग्राम राठवा समर्थकों के एक समूह के साथ भाजपा में शामिल हो गए।

Loksabha chunav2024: लोकसभा चुनाव से पहले गुजरात कांग्रेस को झटका, दो बड़े नेताओं ने थामा भाजपा का दामन

Loksabha chunav2024: लोकसभी चुनाव से पहले गुजरात कांग्रेस को उस समय झटका लगा जब उसके वरिष्ठ नेता नारायण राठवा (Narayan Rathwa) और उनके बेटे संग्राम राठवा (Sangram Rathwa) समर्थकों के एक समूह के साथ भाजपा में शामिल हो गए। नारायण राठवा का राज्यसभा कार्यकाल अप्रैल में पूरा हो रहा है। वहीं गुजरात भाजपा प्रमुख सीआर पाटिल ने पार्टी मुख्यालय में राठवा के अलावा अन्य को भगवा स्कार्फ और टोपी देकर पार्टी में उनका स्‍वागत किया।

पांच बार सांसद रह चुके है नारायण राठवा

भाजपा में शामिल होने वाले नारायण राठवा पांच बार सासंद रह चुके हैं। उनका राज्यसभा का कार्यकाल अप्रैल में खत्‍म होने वाला है।नारायण राठवा 2004 में छोटा उदयपुर लोकसभा सीट से जीते थे। इस सीट से ही वह लगातार पांच बार सांसद रहे हैं। राठवा 2004 में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में रेल राज्य मंत्री भी रह चुके हैं।वहीं, राठवा के बेटे संग्राम सिंह ने 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव में छोटा उदयपुर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था, मगर वह यह सीट निकाल नहीं पाए थे।वरिष्ठ नेता नारायण राठवा के साथ 10,500 कार्यकर्ता भी बीजेपी में शामिल हुए हैं।भाजपा में राठवा के शामिल होने के बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी उन्‍हें लोकसभा चुनाव में उतार सकती है। राठवा की लोकसभा सीट रह चुकी छोटा उदयपुर पर फिलहाल भाजपा का कब्‍जा है।

कल बीजपी में हुईं थी शामिल हुई थी झारखंड से लोकसभा सांसद

वहीं, झारखंड की सिंहभूम लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की बीवी गीता कोड़ा (Geeta Koda, wife of former Jharkhand Chief Minister Madhu Koda) भी 26 फरवरी को बीजेपी में शामिल हुई थी। उन्होंने पार्टी के राज्य कार्यालय में झारखंड बीजेपी प्रमुख बाबूलाल मरांडी की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थाम लिया था। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गीता कोड़ा राज्‍य में कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए गठबंधन से नखुश हैं। साथ ही सूत्र ये भी बताते हैं कि छत्तीसगढ़ के नक्शे कदम पर चलते हुए भाजपा राजमहल और चाईबासा की हारी सीटों पर वक्त के पहले ही अपने प्रत्याशी का एलान करने जा रही है।