Ram Mandir Darshan: प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले रविवार को 18.75 लाख श्रद्धालुओं ने किए श्रीरामलला के दर्शन

रविवार को करीब 3.25 लाख श्रद्धालुओं ने श्रीरामलला के दर्शन किए। प्रशासन की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार राम-लला प्राण प्रतिष्ठा के बाद 23 जनवरी को- 5 लाख, 24 जनवरी को - 2.5 लाख, 25 जनवरी को - 2 लाख, 26 जनवरी को - 3.5 लाख, 27 जनवरी को - 2.5 लाख व 28 जनवरी - 3.25 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।

Ram Mandir Darshan: प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले रविवार को 18.75 लाख श्रद्धालुओं ने किए श्रीरामलला के दर्शन

Ram Mandir Darshan: श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन की कतार टूटने नहीं दी है। प्राण प्रतिष्ठा से लेकर अब तक 18.75 लाख से अधिक रामभक्तों ने नव्य-भव्य मंदिर में दर्शन-पूजन कर किया है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशानिर्देश पर गठित उच्चस्तरीय कमेटी की देखरेख में श्रद्धालुओं को सुगमता के साथ दर्शन-पूजन की व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है।

रोजाना 2 लाख से अधिक भक्त कर रहे दर्शन

प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले दिन यानी 23 जनवरी को मंदिर के पट भक्तों के लिए खुले तो लाखों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े। रोजाना दो लाख से अधिक रामभक्त श्रीरामलला के दरबार में सुगमता पूर्वक पहुंचकर दर्शन-पूजन कर रहे हैं। प्रशासन की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार अयोध्या नगर से लेकर मंदिर परिसर में दिनभर जय श्रीराम का जयघोष गूंज रहा है। देश-विदेश, विभिन्न राज्यों और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्रीरामलला के दर्शन को पहुंच रहे हैं।

पहले रविवार को उमड़े सवा 3 लाख श्रद्धालु

रविवार को भी करीब 3.25 लाख श्रद्धालुओं ने श्रीरामलला के दर्शन किए। प्रशासन की तरफ जारी आंकड़ों के अनुसार राम-लला प्राण प्रतिष्ठा के बाद 23 जनवरी को- 5 लाख, 24 जनवरी को - 2.5 लाख, 25 जनवरी को - 2 लाख, 26 जनवरी को - 3.5 लाख, 27 जनवरी को - 2.5 लाख व 28 जनवरी - 3.25 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।

मंदिर परिसर में लगेंगे सकेंतक

राम मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई परिवर्तन किए जा रहे हैं। इसमें मंदिर में सकेंतक लगाने का कार्य प्रमुख है। संकेतक से श्रद्धालु किस तरह आगे बढ़ें और कहां से मुड़कर मुख्य मंदिर तक पहुंचें यह समझना आसान होगा। कमिश्नर गौरव दयाल की अध्यक्षता में प्रशासन और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की समन्वय समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। कमिश्नर ने बताया कि निर्माण कंपनी लार्सेन टुब्रो को श्रीराम जन्मभूमि परिसर में दर्शन मार्गों व निकास मार्गों के अलावा मंदिर परिसर में बने शौचालयों पर जगह-जगह संकेतक लगाने के निर्देश दिए हैं।