Drishti 10 Starliner Drone: अब भारत की सुरक्षा पर रहेगी स्वदेशी ड्रोन 'Drishti 10' की नज़र, चीन- पाक की खैर नहीं

भारतीय नौसेना जल्द ही भारत की सुरक्षा को और बढ़ाने के लिए पहले स्वदेश निर्मित स्टारलाइनर ड्रोन ‘दृष्टि-10’ को अपने सुरक्षा बेड़े में शामिल करने जा रहा है।

Drishti 10 Starliner Drone: अब भारत की सुरक्षा पर रहेगी स्वदेशी ड्रोन 'Drishti 10' की नज़र, चीन- पाक की खैर नहीं

Drishti 10 Starliner Drone: अब अगर किसी ने भी भारत पर बुरी नजर डाली या सुरक्षा में सेंध लगाने की कोशिश भी की तो उसकी खैर नहीं, क्योंकि भारत की सुरक्षा को चाकचौबंद करने के लिए अब मानव रहित ड्रोन आ गया है जिसका नाम है स्टारलाइनर ड्रोन ‘दृष्टि-10’ (Starliner drone ‘Drishti-10’) ये पहला ड्रोन है जिसे भारत में बनाया गया है। 

भारतीय नौसेना के सुरक्षा बेड़े में शामिल होगा 'दृष्टि-10' 

सूत्रों के मुताबिक भारतीय नौसेना जल्द ही भारत की सुरक्षा को और बढ़ाने के लिए पहले स्वदेश निर्मित स्टारलाइनर ड्रोन ‘दृष्टि-10’ को अपने सुरक्षा बेड़े में शामिल करने जा रहा है। बता दें कि इस ड्रोन को अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस (Adani Defense and Aerospace) ने इजरायल की सहायता लेकर भारत में विकसित किया है। ड्रोन दृष्टि-10 के 70 फीसदी उपकरणों का निर्माण स्वदेश में ही किया गया है। जानकारी मिली है कि ड्रोन को पोरबंदर नौसेना बेस पर अगले महीने तैनात किया जाएगा। अदाणी एयरोस्पेस ने इस ड्रोन को नौसेना से समझौते के तहत 10 महीने के भीतर ही सौंप दिया है। इस स्वदेशी ड्रोन की नजर समुद्र से लेकर आकाश तक हर जगह रहेगी। 

Starliner drone ‘Drishti-10’ क्यों है इतना खास?

इस मानव रहित स्टारलाइन ड्रोन दृष्टि 10 को नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार की ओर से हरी झंडी भी मिल चुकी है। वहीं भारत में बने इस ड्रोन की हर कोई तारीफ कर रहा है। ऐसे में ये जनना जरुरी हो जाता है कि ये ड्रोन इतना खास क्यों है? चलिए समझते हैं।   

स्वदेशी निर्मित है Drishti 10 Starliner Drone

सबसे बड़ी बात इस ड्रोन की ये है कि इसे अपने देश में बनाया गया है। सिर्फ 30 फिसदी हिस्सा ही इजराइल में बनाया गया है। जिसे स्वदेशी कंपनीअदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने विकसित किय गया है

ये ड्रोन STANAG 4671 प्रमाणित है 

इस ड्रोन को STANAG 4671 सर्टिफिकेट हासिल है। जिसका फायदा ये है कि इस ड्रोन को नाटो सदस्यों के हवाई क्षेत्र में भी संचालित किया जा सकता है। 

अब पाक-चीन की खैर नहीं

नौसना प्रमुख ने ड्रोन को हरी झंडी दिखाते हुए कहा कि हिंद महासागर से लेकर अरब सागर में समुद्री जहाजों पर लगातार ड्रोन हमले बढ़ रहे हैं, ऐसे में चुनौतियों की पहचान कर उन्हें पहले ही मार गिराने में दृष्टि-10 अहम भूमिका निभाएगा। चीन और पाकिस्तान के पास बड़ी संख्या में यूएवी हैं, ऐसे में ये ड्रोन अब उनकी मुसीबत बढ़ाने वाला है। 

Drishti 10 Starliner Drone की ये है प्रमुख खासियत

  • मौसम चाहे कैसा भी हो, ये ड्रोन 36 घंटे तक लगातार उड़ान भर सकता है।
  • 450 किलोग्राम पेलोड वाली क्षमता का यह ड्रोन उन्नत खुफिया, निगरानी और टोही प्लेटफार्म प्रदान करता है।
  • 1000 मील तक लगातार उड़ान में हर तरीके की चुनौतियों की निगरानी कर सकता है।
  • खतरों की पहचान कर उस पर पहले ही धावा बोलने में भी सक्षम है यह ड्रोन
  • यह मानव रहित ड्रोन समुद्री सुरक्षा के बदलते दौर में नौसेना की क्षमता बढ़ाएगा  

पोरबंदर में होगी ‘दृष्टि-10’ की तैनाती

जानकारी के मुताबिक पोरबंदर नौसेना बेस पर अगले महीने  स्टारलाइनर ड्रोन ‘दृष्टि-10’ को तैनात किया जाएगा। ये स्वेदेशी ड्रोन नागरिक और अलग हवाई क्षेत्र दोनों में उड़ान भर सकेगा जिसकी मंजूरी दे दी गई है। ड्रोन को हैदराबाद से पोरबंदर ले जाया जाएगा ताकि नौसेना के समुद्री अभियानों में इसे शामिल किया जा सके।