ED action on Jhunjhunwala: झुनझुनवाला के घर पर ईडी की छापेमारी जारी, 2 लैपटॉप समेत कई फाइलें की जब्त

वाराणसी के उद्योगपति दीनानाथ झुनझुनवाला के घर पर प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की छापेमारी बीते 24 घंटे से जारी है। ईडी ने शुक्रवार सुबह वाराणसी के नाटी इमली में स्थित उनके घर पर छापा मारा था। तब से ईडी की टीम उनके घर पर मौजूद है। वहीं वाराणसी की आशापुर और हिरामन की ऑयल मिल में ईडी दस्तावेज खंगाल रही हैं।

ED action on Jhunjhunwala: झुनझुनवाला के घर पर ईडी की छापेमारी जारी, 2 लैपटॉप समेत कई फाइलें की जब्त

ED action on Jhunjhunwala: वाराणसी (Varanasi) के उद्योगपति दीनानाथ झुनझुनवाला (Industrialist Deenanath Jhunjhunwala) के घर पर प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) यानी ईडी की छापेमारी बीते 24 घंटे से जारी है। ईडी ने शुक्रवार सुबह वाराणसी (Varanasi) के नाटी इमली में स्थित उनके घर पर छापा मारा था। तब से ईडी की टीम उनके घर पर मौजूद है। वहीं वाराणसी की आशापुर और हिरामन की ऑयल मिल में ईडी दस्तावेज खंगाल रही हैं। दूसरी ओर दिल्ली, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, कोलकाता, राजस्थान समेत देश में 7 ठिकानों पर भी पड़ताल जारी है। जानकारी के मुताबिक, पिछले 10 साल में किये गए लेनदेन के सभी लेजर और फाइलों को ईडी ने जब्त कर लिया है।

400 कॉपी प्रिंट आउट, 2 लैपटॉप जब्त 
 
बीते 24 घंटे में ईडी की टीम ने 400 कॉपी प्रिंट आउट लिए है, जिसमें कंपनी के लेन-देन की जानकारी है। इसके अलावा ईडी की टीम दीनानाथ और सत्य नारायण झुनझुनवाला से पूछताछ भी कर रही है। ईडी ने उनके 2 लैपटॉप जब्त कर लिए हैं साथ ही एकाउंटेंट और सीए को जांच में सहयोग के लिए कहा है। जानकारी के मुताबिक, ईडी ने अब तक कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद कर लिये हैं। इस दौरान किसी को भी अंदर-बाहर जाने की अनुमति नहीं है।

झुनझुनवाला पर लोन नहीं लौटाने का आरोप

बता दें कि झुनझुनवाला पर आरोप है कि बोगस कंपनियां और फर्जी दस्तावेज के सहारे 11 बैंकों से 1 हजार करोड़ों का लोन लिया, लेकिन लौटाया नहीं। बैंक को ही गलत बताकर मुकर गए। करोड़ों लेन-देन के बाद उन्होंने ने एक-एक करके सभी फैक्ट्रियों को ताला लगा दिया। बनारस के आशापुर, बिहार के सासाराम, मोतिहारी और डेहरी, प.बंगाल के पोर्ट, राजस्थान के जोधपुर, मध्य प्रदेश और मुंबई की कंपनियों पर ताला लगा। फिर सभी इंडस्ट्री बंद हो गई। वहीं मगर कागजों में व्यापार चलता रहा। बैंक से लिए करोड़ों रुपयों को बेनामी संपत्तियों, जमीनों और रियल एस्टेट में लगा दिया गया। इस बीच झुनझुनवाला के घर, कार्यालय और फैक्ट्री में अक्सर आग की घटना सामने आती रही है। 14 मई 2022 को भी नाटी इमली स्थित उनके आवास पर आग लगी थी, जिसमें दस्तावेज जलने की बात कही गई। 

7-8 सालों से बंद हैं सभी फैक्ट्रियां

वहीं, जेवीएल ऑयल कंपनी के मालिक दीनानाथ झुनझुनवाला की फैक्ट्रियां पिछले 5 साल से बंद हैं। वहीं पूर्वांचल में अरबों का कारोबार करने वाली कुछ कंपनियां 7-8 साल से पूरी तरह से बंद हैं। जानकारी के मुताबिक, झुनझुनवाला ने बड़े उद्योगपति बनने के लिए बैंकों से बड़े-बड़े लोन लेकर कारोबार में लगाया, लेकिन बैंकों को लोन वापस नहीं लौटाया। सीबीआई ने देश के बैंक डिफाल्टर की एक सूची बनाई, जिसमें झुनझुनवाला का नाम भी शामिल था। 

सीबीआई-आयकर विभाग ने की थी छापेमारी

2012-13 में सीबीआई झुनझुनवाला के घर वाराणसी पहुंची और जांच के बाद उनके सभी बैंक खाते सीज कर दिए। इसके अलावा 2013 में आयकर विभाग ने भी छापेमारी की थी। सीबीआई ने यह छापेमारी बैंकों से लोन लिये गए लगभग 7 हजार करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में दर्ज 35 मुकदमों को लेकर की थी। हालांकि इससे पहले भी केंद्रीय और प्रदेश की एजेंसियों ने कार्रवाई की, लेकिन जेवीएल ग्रुप पर यह एक बड़ी चोट थी। इसके बाद एक-एक करके सभी फैक्ट्रियों पर ताले लग गए।