Delhi pollution: दिल्ली में बेहद गंभीर श्रेणी में पहुंचा AQI, आज से ग्रैप-2 लागू
: दिल्ली-एनसीआर में ठंड की शुरुआत होते ही प्रदूषण गंभीर स्तर पर पहुंच गया है। दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के पार यानी बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है।
Delhi pollution: दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में ठंड की शुरुआत होते ही प्रदूषण गंभीर स्तर पर पहुंच गया है। दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300 के पार यानी बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नोटिस के बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने इमरजेंसी बैठक कर एनसीआर में ग्रेप यानी ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के दूसरे चरण को लागू कर दिया है।
राजधानी में ग्रैप-2 की पाबंदियां लागू
94 दिनों के बाद दिल्ली की औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 से अधिक स्तर पर पहुंच गया है। जिसके बाद बीच राजधानी में ग्रैप-2 की पाबंदियां लागू कर दी गई हैं। दिल्ली-एनसीआर में आज (22 अक्टूबर) सुबह आठ बजे से ग्रैप-2 लागू कर दिया है। इसके तहत 11 सूत्रीय नियमों को लागू किया गया है। इसमें आपात सेवाओं को छोड़कर आज मंगलवार सुबह आठ बजे से आवासीय, व्यावसायिक और औद्योगिक क्षेत्रों में डीजल जनरेटर पर रोक लगा दी गई है।
ग्रेप-2 के तहत इन पर रहेंगीं पाबंदी
आवासीय, व्यावसायिक और औद्योगिक इकाइयों में डीजल जनरेटर पर रोक लगा दी गई है। पार्किंग शुल्क, सीएनजी-इलेक्ट्रिक बसों और मेट्रो के फेरे बढ़ाने के निर्देश दिये गए है। वहीं इमरजेंसी सेवाओं के लिए डीजल जनरेटर के इस्तेमाल में छूट दी गई है। ग्रेप-2 के तहत सीएक्यूएम ने पार्किंग शुल्क बढ़ाने के निर्देश दिए हैं, ताकि सड़कों पर निजी वाहनों का दबाव कम हो। इसके अलावा एनसीआर में सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों के साथ ही मेट्रो के फेरे बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। सीएक्यूएम ने लोगों से निजी वाहन छोड़कर सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करने की अपील की है। जनवरी तक धूल उत्पन्न करने वाले निर्माण कार्यों पर भी रोक लगा दी गई है। साथ ही खुले में लकड़ी या कूड़ा न जलाने के निर्देश दिये गए हैं। इसके साथ ही दिल्लीवासियों से कहा गया है कि टेक्नॉलॉजी का इस्तेमाल कें और कम भीड़ वाला रास्ता ही चुने। भले ही थोड़ा वक्त लग जाए।
दिल्ली के अलग-अलग इलाकों का एक्यूआई
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Air Pollution Control Board Quality Index) की ओर से जारी देश के 238 शहरों की एक्यूआई रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को दिल्ली देश में सबसे ज्यादा प्रदूषण दर्ज किया गया। वहीं मंगलवार को भी दिल्ली की हवा बेहद खतरनाक स्तर पर रही। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग और खतरनाक एक्यूआई दर्ज की गई। आनंद विहार में 385, जहांगीरपुर में 362, मुंडका में 565, पंजाबी बाग में 354, बवाना में 350 और रोहिणी में 350 एक्यूआई था। इनके अलावा बुराड़ी में सुबह 8 बजे 340, आरके पुरम में 332, द्वारका सेक्टर-8 में 324, नरेला में 324, अलीपुर में 321 और मंदिर मार्ग पर 319 एक्यूआई दर्ज हुआ।
ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रैप-2) क्या है?
GRAP का फुल फॉर्म ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान है। इस प्लान के माध्यम से प्रदूषण को नियंत्रण किया जाता है। इसमें कई चरण होते हैं और ये चरण बढ़ते प्रदूषण के साथ बढ़ते जाते हैं। जैसे-जैसे चरण बढ़ते हैं, वैसे वैसे दिल्ली में पाबंदियां भी बढ़ती जाती हैं। ग्रैप के 4 चरण होते हैं। जब दिल्ली में हवा 201 से 300 एक्यूआई तक खराब होती है तो पहला चरण लागू किया जाता है। इसके बाद यदि हवा ज्यादा खराब होती है और एक्यूआई 301 से 400 तक पहुंच जाता है तो इसका दूसरा चरण लागू हो जाता है। यदि हवा ज्यादा खराब हो जाए यानी एक्यूआई 400 से भी अधिक हो जाए तो तीसरा चरण लगता है और हालात इससे ज्यादा खराब होने पर ग्रैप का चौथा लेवल लागू कर दिया जाता है।