Virendra Sachdeva: वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल पर साधा निशाना, कहा- पहले इस कानून को पढ़ लें तब जाकर ज्ञान दें

दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जोरदार जुबानी हमला किया। दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून हमारे घोषणा पत्र में था और अरविंद केजरीवाल को पहले इस कानून को पढ़ लेना चाहिए तब जाकर ज्ञान देना चाहिए।

Virendra Sachdeva: वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल पर साधा निशाना, कहा- पहले इस कानून को पढ़ लें तब जाकर ज्ञान दें

Virendra Sachdeva: दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जोरदार जुबानी हमला किया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली पर केजरीवाल चुप हैं और हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता देने पर उन्हें मिर्ची लग रही है। उन्होंने केजरीवाल पर बिना जानकारी के ज्ञान बांटने का आरोप लगाया है।

वीरेंद्र सचदेवा ने CAA को लेकर कही ये बात 

दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून हमारे घोषणा पत्र में था और अरविंद केजरीवाल को पहले इस कानून को पढ़ लेना चाहिए तब जाकर ज्ञान देना चाहिए। केजरीवाल संदेशखाली की घटना पर क्यों चुप हैं, उस पर क्यों नहीं बोलते हैं। जब हिंदू शरणार्थियों को भारत में नागरिकता दी जा रही है तो उन्हें क्यों मिर्ची लग रही है?

उन्होंने बताया कि 1947 में धर्म के आधार पर बंटवारे के बाद देश आजाद हुआ था, जब देश के प्रधानमंत्री नेहरू जी थे, उन्होंने कहा था कि अभी व्यवस्था ऐसे ही बनाए रखें, बाद में हम अपने हिंदू शरणार्थियों को वापस बुलाएंगे, लेकिन वो काम मोदी सरकार कर रही है तो उससे अरविंद केजरीवाल को क्या दिक्कत है। जब हमने इसे घोषणापत्र में डाला था तब अरविंद केजरीवाल ने इसका विरोध क्यों नहीं किया। सिर्फ एक विशेष धर्म को फायदा पहुंचाने के लिए केजरीवाल इस तरह की राजनीति कर रहे हैं।

वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल से पूछा सवाल

वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल से सवाल भी पूछा कि अगर आपको रोजगार कि इतनी चिंता है तो 9 साल में आप दिल्ली में कितने युवाओं को रोजगार दे चुके हैं। आज शिक्षक प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें परमानेंट नहीं किया जा रहा। 10,000 से अधिक जो डीटीसी मार्शल थे, उन्हें भी नौकरी से निकाल दिया गया। आपका मंत्री घोटाले में जेल में बंद है और हमें पाठ पढ़ाने के लिए चले हैं।