Lucknow News: लखनऊ में उपमुख्यमंत्री आवास का स्वास्थ्य कर्मियों ने किया घेराव, यूपी NHM के अभ्यर्थी भी हुए शामिल

संविदा स्वास्थ्यकर्मी उपमुख्यमंत्री आवास के बाहर लंबी लाइन लगाकर बैठ गए और नौकरी बहाल करने की मांग की। प्रदेश के अलग-अलग जिलों से करीब 200 से ज्यादा संविदा कर्मचारी लखनऊ पहुंचे।

Lucknow News: लखनऊ में उपमुख्यमंत्री आवास का स्वास्थ्य कर्मियों ने किया घेराव, यूपी NHM के अभ्यर्थी भी हुए शामिल

Lucknow News: यूपी (UP) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में गुरुवार (22 अगस्त) सुबह सैकड़ों संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brajesh Pathak) के आवास का घेराव किया। संविदा स्वास्थ्यकर्मी (contract health worker) उपमुख्यमंत्री आवास (Deputy Chief Minister Residence) के बाहर लंबी लाइन लगाकर बैठ गए और नौकरी बहाल करने की मांग की। प्रदेश के अलग-अलग जिलों से करीब 200 से ज्यादा संविदा कर्मचारी लखनऊ (Lucknow) पहुंचे। वहीं, यूपी नेशनल हेल्थ मिशन (UP National Health Mission) के 17,000 स्वास्थ्य संविदा वेटिंग के अभ्यर्थी भी विरोध-प्रदर्शन में शामिल हुए।

डिप्टी सीएम के आवास के बाहर बढ़ाई गई सुरक्षा

वहीं, संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की बढ़ती भीड़ और हंगामे को देखते हुए उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brajesh Pathak) के आवास के बाहर भारी पुलिस फोर्स (police force) के साथ पीएसी भी तैनात कर दी गई है। डिप्टी सीएम के आवास पर हंगामे जैसी स्थिति बनी हुई है। हालांकि, भारी पुलिस बल की तैनाती के बाद संविदा स्वास्थ्यकर्मी शांतिपूर्वक विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। संविदा कर्मचारियों का कहना है कि कोविड काल में हमसे काम कराया गया, तो अब क्यों निकाला जा रहा है?

नौकरी जाने के बाद हम सड़क पर आ गए हैं- संविदाकर्मी 

स्वास्थ्य संविदा कर्मचारियों ने बताया कि नौकरी जाने के बाद हम सड़क पर आ गए हैं। हमारे सामने घर चलाने का संकट आ गया है। हमने इतने साल तक काम किया और अब हमें निकाल दिया गया। कोरोना काल जैसी भयानक महामारी में हमने अपनी और अपने परिवार की जान जोखिम में डालकर काम किया, अब हमारे साथ नाइंसाफी हो रही है।

हमारे सामने परिवार चलाने का संकट- प्रदर्शनकारी

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brajesh Pathak) का आवास घेरने पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम यहां करीब 15 बार आ चुके हैं। हर बार हमें सिर्फ आश्वासन दिया गया है। नौकरी जाने से हम बेरोजगार हो गए हैं। हमारे सामने परिवार चलाने का संकट आ गया है। स्थानीय स्तर पर हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है, इसलिए हम अपनी बात उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक तक पहुंचाने के लिए लखनऊ (Lucknow) आए हैं।

हमें हर बार केवल आश्वासन मिला- प्रदर्शनकारी 

स्वास्थ्य संविदा कर्मचारियों ने कहा कि हर बार हमें केवल आश्वासन मिला है कि आप लोगों को नहीं निकाला जाएगा। इसके साथ यह भी आश्वासन मिला है कि आप सबका कहीं न कहीं समायोजन किया जाएगा। किसी को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। पूरे प्रदेश में करीब 7 हजार 200 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी हैं। 

यूपी एनएचएम के संविदा कर्मचारियों ने भी किया घेराव 

गुरुवार (22 अगस्त) को संविदा स्वास्थ्यकर्मियों के साथ ही यूपी एनएचएम के 17,000 संविदा भर्ती वेटिंग को लेकर भी सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी प्रदर्शन करने पहुंचे। वे भी उपमुख्यमंत्री के आवास का घेराव करने में शामिल हुए। इसके बाद सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने शांतिपूर्वक धरना-प्रदर्शन किया।

अभी तक क्लियर नहीं की गई वेंटिग लिस्ट 

इनका कहना है कि यूपी एनएचएम 17000 संविदा भर्ती का नोटिफिकेशन नवंबर 2022 में जारी किया गया था, लेकिन अभी तक वेंटिग लिस्ट क्लियर नहीं की गई। दावा किया गया था कि 6 महीने के अंदर जो भी वैकेंसी आएगी, उसमें ज्वाइनिंग कराई जाएगी। 8 महीने बीत जाने के बाद भी वेटिंग लिस्ट वालों की नियुक्ति नहीं हो पाई।

पद खाली होने के बाद भी नहीं की जा रही भर्ती

यूपी एनएचएम के अभ्यर्थियों का कहना है कि  पद खाली हैं, फिर भी नियुक्ति नहीं कराई जा रही है। हमने मुख्यमंत्री से लेकर उपमुख्यमंत्री तक को ज्ञापन दिया है, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई। वहीं आयोग का दावा है कि पद खाली हैं। हमारी मांग है कि जब पद खाली हैं, तो भर्तियां क्यों नहीं की जा रही।