CM Yogi in Prayagraj : प्रयागराज में BJP SC मोर्चा के सम्मेलन में शामिल होंगे CM योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 30 अक्टूबर को प्रयागराज के सोरांव स्थित मेवालाल इंटर कॅालेज पहुंचेंगे।

CM Yogi in Prayagraj : प्रयागराज में BJP SC मोर्चा के सम्मेलन में शामिल होंगे CM योगी

CM Yogi in Prayagraj: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) 30 अक्टूबर को प्रयागराज (Prayagraj) के सोरांव स्थित मेवालाल इंटर कॅालेज पहुंचेंगे। दरअसल 30 अक्टूबर को बीजेपी प्रयागराज में अनुसूचित जाति मोर्चा सम्मेलन कर रही है, जिसमें प्रदेश के सभी जिलों से नेता और जन प्रतिनिधि शामिल होंगे। 

आवास योजना के लाभार्थियों को सौपेंगे चाबी

मुख्यमंत्री कार्यक्रम स्थल पहुंचकर सबसे पहले प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना (PradhanMantri Awas Yojna) के लाभार्थियों को चाबी सौंपेंगे। इसके साथ ही वह कई और योजनाओं के लाभार्थियों को भी सौगात देंगे। 

अधिकारी तैयारियों का ले रहे जायजा

तैयारियों का जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल (DM Navneet Singh Chahal), पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा (Ramit Sharma) समेत कई अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा के भी विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार कार्यक्रम स्थल पर करीब 10 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है।

भाजपा ने शुरु की सम्मेलन की श्रृंखला

भाजपा ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए सम्मेलनों की एक श्रृंखला शुरू की है। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी रणनीतिकारों ने दलित वोट को साधने के लिए सम्मेलनों की योजना तैयार की है, जिसके तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 17 अक्टूबर को हापुड़ (Hapur, UP) से अनुसूचित वर्ग सम्मेलन की शुरुआत की थी।

सभी पार्टियां कर रही जातियों को लुभाने की कोशिश

बीजेपी, एसपी और कांग्रेस सभी दलित, पिछड़े और अन्य समुदाय को लुभाकर अपने पाले में करने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में बीजेपी के द्वारा आयोजित किए जा रहे इस सम्मेलन को सीधा 2024 के लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।

सम्मेलन बन रहे जातियों को साधने का मंच

बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव (2024 Assembly Elections) को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां अपना पूरा दम लगा रही हैं। सत्ता में आने और बने रहने के लिए राजनीतिक पार्टियों द्वारा किये जा रहे ऐसे आयोजन अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और OBC वोट बैंक को साधने का बड़ा मंच बन रहे हैं।