Manipur Violence: मणिपुर के जिरीबाम में हुई हिंसा-आगजनी, 2 पुलिस चौकियों- 1 ऑफिस समेत 70 घरों में लगाई आग

मणिपुर में एक साल से ज्यादा समय से हिंसा जारी है। इस बीच राज्य के जिरीबाम जिले में हिंसा और आगजनी की खबरें सामने आईं है। यहां शनिवार 8 जून को संदिग्ध उग्रवादियों ने दो पुलिस चौकियों, एक फॉरेस्ट ऑफिस और 70 घरों में आग लगा दी।

Manipur Violence: मणिपुर के जिरीबाम में हुई हिंसा-आगजनी, 2 पुलिस चौकियों- 1 ऑफिस समेत 70 घरों में लगाई आग

Manipur Violence: मणिपुर (Manipur) में एक साल से ज्यादा समय से हिंसा जारी है। इस बीच राज्य के जिरीबाम जिले (Jiribam district) में हिंसा और आगजनी की खबरें सामने आईं है। यहां शनिवार 8 जून को संदिग्ध उग्रवादियों ने दो पुलिस चौकियों, एक फॉरेस्ट ऑफिस और 70 घरों में आग लगा दी। पुलिस के मुताबिक, हमलावर 3-4 नावों पर सवार होकर बराक नदी के रास्ते गांव में घुसे थे। वहीं, इससे पहले गुरुवार 6 जून को भी कुछ मैतेई गांवों और पुलिस चौकियों पर हमले हुए थे। जिसके बाद मैतेई लोग अपने-अपने घरों को छोड़कर जाने पर मजबूर है। 

मिजोरम के रास्ते मणिपुर में घुसने की ताक में आतंकी

रिपोर्ट्स के मुताबिक, चिन-कुकी आतंकवादियों (Chin-Kuki terrorists) को खत्म करने के लिए बांग्लादेश (bangladesh) की सरकार के निर्देश के बाद 200 से ज्यादा आतंकी बांग्लादेश से भारतीय सीमा (Indian border) में भाग गए हैं। ये आतंकी मिजोरम (Mizoram) के रास्ते मणिपुर (Manipur) में घुसने की ताक में हैं।

घटना के बाद एसपी का हुआ ट्रांसफर 

दूसरी तरफ, आग लगाने की घटना जिरीबाम जिले में जीरी मुख और छोटो बेकरा की पुलिस चौकियों और गोआखाल वन क्षेत्र के कार्यालय में हुई। इस घटना के कुछ घंटों बाद ही एसपी का ट्रांसफर कर दिया गया है। आदेश के मुताबिक, जिरीबाम एसपी ए. घनश्याम शर्मा को मणिपुर पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज के एडीशनल डायरेक्टर पद पर तबादला कर दिया है। वहीं, इनर मणिपुर लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित कांग्रेस सांसद अंगोमचा बिमोल अकोईजाम ने राज्य सरकार से जिरीबाम जिले के निवासियों के जीवन और संपत्ति की रक्षा करने का आग्रह किया।

मई 2023 से मणिपुर में हिंसा जारी 

बता दें कि, मणिपुर में मई 2023 से जातीय हिंसा जारी है। यहां मैतेई और पहाड़ी इलाकों में रहने वाले कुकी समुदाय के बीच जातीय संघर्ष में अब तक 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। मैतेई, मुस्लिम, नागा, कुकी और गैर-मणिपुरी समेत कई जातीय संरचना वाला जिरिबाम अब तक जातीय संघर्ष से अछूता था। लेकिन, अब यहां भी हिंसा शुरू हो गई है। यहां गुरुवार 6 जून की शाम संदिग्ध उग्रवादियों ने 59 साल के एक बुजुर्ग व्यक्ति की हत्या कर दी। जानकारी के मुताबिक, सोइबाम सरतकुमार सिंह नाम का यह व्यक्ति 6 ​​जून को अपने खेत में काम करने गया था, जिसके बाद वह लापता हो गया। बाद में उसका शव मिला, शव पर किसी धारदार हथियार से हुए घाव के निशान थे। वहीं, बुजुर्ग का शव बरामद होने के बाद स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया और कुछ जगहों पर आग लगा दी। इसके बाद से वहां कर्फ्यू लगा है।