Veerata puraskaar 2024: 19 बच्चों को मिला वीरता पुरुस्कार, राष्ट्रपति के द्वारा हुए सम्मानित

22 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 19 प्रतिभाशाली बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया। इन सभी बच्चों को कला और संस्कृति, बहादुरी, इनोवेशन, सोशल सर्विस और खेल के क्षेत्र में उनके असाधारण काम के लिए पुरस्कार दिया गया।

Veerata puraskaar 2024: 19 बच्चों को मिला वीरता पुरुस्कार, राष्ट्रपति के द्वारा हुए सम्मानित

Veerata Puraskaar 2024: आज पूरा देश अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। 22 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 19 प्रतिभाशाली बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया। इन सभी बच्चों को कला और संस्कृति, बहादुरी, इनोवेशन, सोशल सर्विस और खेल के क्षेत्र में उनके असाधारण काम के लिए पुरस्कार दिया गया। इस लिस्ट में 5 से 18 साल के बच्चों को दिए जाने वाले इस पुरस्कार में इस बार नौ लड़कों और दस लड़कियों को ये सम्मान दिया गया। 

राण्ट्रपति द्रौपदू मुर्मू ने कही ये बात 

इस खास मौके पर राष्ट्रपति मुर्मू (President Murmu) ने कहा कि इस आयोजन के जरिए प्रभारी बच्चों को प्रोत्साहित किए जाने का एक अवसर मिलता है। साथ ही देश के युवा मानव संसाधन का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि युवा ऊर्जा पूरे देश के विकास में अहम भूमिका निभा सकती है। उन्होंने कहा कि युवाओं को खेल और शारीरिक गतिविधियों में हिस्सा लेना चाहिए। वहीं पीएम मोदी भी इन विजेताओं से 23 जनवरी यानी मंगलवार को बातचीत की। तो चलिए आपको बतातें हैं कि कौन हैं ये बच्चे जिन्हें इस साल बाल पुरस्कार से नवाजा गया है

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  • इस लिस्ट में पहला नाम है उत्तर प्रदेश की अनुष्का पाठक का। जिन्हें बाल पुरस्कार मिला है।  महज 8 साल की अनुष्का को कला और संस्कृति के क्षेत्र में यह पुरस्कार दिया गया है। बता दें कि अनुष्का ने 'कथा वाचन' के क्षेत्र में खुद को स्थापित किया है। 
  • वहीं इस लिस्ट में अगला नाम है महाराष्ट्र के 12 साल के आदित्य विजय ब्रम्हणे का । जिन्हें मरणोपरांत बाल पुरुस्कार दिया गया है। आदित्य को यह पुरुस्कार दूसरे की जान बचाने को लेकर दिया गया है। बता दें कि आदित्य ने अपने भाइयों हर्ष और श्लोक को नदी में डूबने से बचाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। राष्ट्रपति से यह पुरुस्कार उनके छोटे भाई आरुष ने प्राप्त किया।
  • वहीं पश्चिम बंगाल के 13 साल के अरिजीत बनर्जी को भी बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। अरिजीत महज 13 साल के हैं और उन्होंने कला और संस्कृति के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है। आपको बता दें कि अरिजीत पारंपरिक पखावज बजाने में माहिर हैं।
  • वहीं गुजरात के वड़ोदरा की 13 साल की हेतवी कांतिभाई खिमसुरिया को भी राष्ट्रपति ने बाल पुरस्कार से सम्मानित किया है। हेतवी सेरेब्रल पाल्सी बीमारी से पीड़ित हैं। बता दें कि इस बीमारी में मरीज को चलने-फिरने और शारीरिक संतुलन बनाए रखने  में दिक्कत होती है। इस गंभीर बीमारी से पीड़ित हेतवी  दिव्यांग बच्चों की सहायता के लिए अपनी मासिक पेंशन दान कर अपना योगदान दे रही हैं।
  • 'गूगल ब्वॉय' के नाम से प्रसिद्ध अरमान उबरानी को भी बाल पुरस्कार मिला है। लो छत्तीसगढ़ के रहने वाले है और उन्हें गणित और विज्ञान में उत्कृष्ट कौशल के लिए सम्मानित किया गया। अरमान महज 6 साल के हैं और इतनी कम उम्र में उन्होंने कई उपलब्धि हासिल की हैं। इतना ही नही वो सबसे कम उम्र के लेखक हैं। बाल पुरुस्कार से पहले उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार मिले हैं।
  • जम्मू-कश्मीर के इश्फाक हमीद को भी कला और संस्कृति के क्षेत्र में बाल पुरस्कार से नवाजा गया है। महज 12 साल के इश्फाक रबाब और मटका के उस्ताद हैं। उन्हें 2020 में भाई मर्दाना राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
  • कला और संस्कृति के क्षेत्र में बिहार के मोहम्मद हुसैन को भी राष्ट्रपति ने बाल पुरस्कार दिया है। 16 साल के मोहम्मद हुसैन ने हस्तशिल्प कला में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, और उन्होंने राज्य और राष्ट्रीय स्तर की कई प्रतियोगिताएं भी जीती हैं। साथ ही उन्होंने 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी को अपने स्वदेशी खिलौने भी भेंट किए।
  • बाल पुरुस्कार की लिस्ट में तेलंगाना राज्य की पेंड्याला लक्ष्मी प्रिया को भी यह पुरस्कार मिला है। पेंड्याला लक्ष्मी को  कला और संस्कृति के क्षेत्र में यह पुरस्कार मिला है। 14 साल की लक्ष्मी प्रिया एक कुचिपुड़ी नृत्यांगना हैं, जिन्होंने शास्त्रीय नृत्य श्रेणी में कला उत्सव राष्ट्रीय पुरस्कार 2023 जीता है। बता दें कि लक्ष्मी प्रिया को 'लास्याप्रिया'  खिताब से नवाजा गया है। 
  • विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में राजस्थान के आर्यन सिंह को बाल पुरस्कार मिला है। 17 साल के आर्यन सिंह ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)-संचालित रोबोट एग्रोबॉट विकसित किया, जिसका उद्देश्य इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IOT) जैसी आधुनिक तकनीकों को एकीकृत करके किसानों के जीवन को सरल बनाना है। 
  • राजधानी दिल्ली की रहने वाली सुहानी चौहान को भी राष्ट्रपति द्वारा बाल पुरस्कार से नवाजा गया है। सुहानी को नवाचार के क्षेत्र में पुरस्कार मिला है, महज 16 साल की सुहानी चौहान ने सौर ऊर्जा से संचालित कृषि वाहन 'एसओ-एपीटी' विकसित किया है,जिसका उद्देश्य टिकाऊ खेती के लिए एक प्रभावशाली समाधान पेश करना है। 
  • मध्य प्रदेश के 9 साल के अवनीश तिवारी को  डाउन सिंड्रोम से जुड़ी बाधाओं के बावजूद माउंट एवरेस्ट आधार शिविर की चढ़ाई करने के लिए बाल पुरुस्कार दिया गया है। अवनीश ने महज सात साल की उम्र में माउंट एवरेस्ट आधार शिविर की चढ़ाई की और अपनी असाधारण सामाजिक सेवा के लिए 2022 में श्रेष्ठ दिव्यांग बाल पुरस्कार प्राप्त किया।
  • त्रिपुरा की ज्योत्सना अकतर को सामाजिक सेवा के क्षेत्र बाल पुरस्कार से नवाजा गया है। 16 साल ज्योत्सना अख्तर को बाल विवाह के खिलाफ, शिक्षा के अधिकार के लिए और अपने समुदाय की अन्य लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए मुहिम चला रही हैं। जिसके लिए ही उन्हें यह पुरुस्कार दिया गया है। 
  • सामाजिक सेवा के क्षेत्र में हरियाणा के महेंद्रगढ़ की गरिमा को बाल पुरस्कार मिला है। महज 9 साल की गरिमा नेत्रहीन हैं। गरिमा नेत्रहीन होने के बावजूद 'साक्षर पाठशाला' नामक  पाठशाला चला रही है जिसमें वो माध्यम से वंचित बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रही हैं।  
  • असम के सैयाम मजूमदार को भी सामाजिक सेवा के क्षेत्र में बाल पुरस्कार मिला है। 15 वर्षीय सैयाम मजूमदार लोगों को सांपों से बचातें है। सैयाम सापों से लोगों को बचाने का प्रयास करने वाले भारत के सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं और वे आवारा जानवरों की देखभाल भी करते हैं। 
  • कर्नाटक के चार्वी ए को भी खेल क्षेत्र में बाल पुरस्कार मिला है। 9 साल की चार्वी ए अंडर-8 विश्व शतरंज है। वो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तरों पर कई खिताब हासिल कर चुकी हैं।
  • उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की रहने वाली आदित्या यादव को खेल जगत में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। महज 12 साल के आदित्य बैडमिंटन के खिलाड़ी हैं। दिव्यांग होने के बावजूद  आदित्या को उत्कृष्ट खेल उपलब्धियां हासिल करने के लिए सम्मानित किया गया।
  • मणिपुर राज्य की लिंथोई चानमबाम को भी खेल जगत में महत्वपूर्ण योगदान के लिए बाल पुरस्कार मिला है। 17 वर्षीय लिन्थोई चनंबम किसी भी आयु वर्ग में जूडो चैंपियनशिप जीतने वाले पहले भारतीय हैं। उन्होंने साराजेवो में 2022 विश्व जूडो कैडेट्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल किया।
  • आंध्र प्रदेश के आर सूर्य प्रसाद को  खेल क्षेत्र में बाल पुरस्कार मिला है। नौ साल के आर सूर्य प्रसाद ने पांच साल की उम्र में पर्वतारोहण का प्रशिक्षण शुरू किया। उन्होंने महज नौ साल की उम्र में किलिमंजारो पर्वत चोटी फतह की।
  • अरुणाचल प्रदेश की जेसिका नेयी सारिंग को भी खेल जगत के लिए बाल पुरस्कार मिला है। नौ वर्षीय जेसिका नेयी सारिंग एक कुशल बैडमिंटन खिलाड़ी हैं और वो कई पुरस्कार जीत चुकी हैं।