SC on Mahua Moitra: SC ने महुआ मोइत्रा को अंतरिम राहत देने से किया इंकार, 11 मार्च को होगी अगली सुनवाई
आज बुधवार, 3 जनवरी को महुआ मोइत्रा के लोकसभा से निष्कासन के फैसले पर सुनवाई करते हुए SC ने इसपर अंतरिम रोक लगाने से इनकार कर दिया।
SC on Mahua Moitra: संसद में पैसे के बदले सवाल पूछने के मामले में लोकसभा से निष्कासित टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra Cash For Query Case) को आज भी सुप्रीम कोर्ट से कोई राहत नहीं मिली है। सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच ने आज बुधवार, 3 जनवरी को महुआ मोइत्रा के लोकसभा से निष्कासन के फैसले पर सुनवाई करते हुए इसपर अंतरिम रोक लगाने से इनकार कर दिया।
अदालत ने क्या कहा
अदालत ने सुनवाई के दौरान कहा कि महुआ का संसद से निष्कासन बना रहेगा और फिलहाल उनको इस मामले में अंतरिम राहत नहीं दी जा सकती क्योंकि ये मामला इतना आसान नहीं है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने महुआ को संसद कार्यवाही में हिस्सा लेने की इजाजत देने की अर्जी को भी ठुकरा दिया। वहीं अदालत ने लोकसभा के महासचिव को नोटिस जारी कर मामले पर जवाब मांगा है जिसके लिए सुप्रीम कोर्ट ने लोकसभा महासचिव को तीन हफ्ते का समय दिया है, वहीं इसके बाद महुआ को भी तीन हफ्ते में जवाब देना होगा।
निष्कासन का होगा परीक्षण
वहीं सुप्रीम कोर्ट ने फैसले में ये भी कहा है कि कोर्ट खुद मोइत्रा की अयोग्यता का परीक्षण करेगी, जिसके बाद कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई करेगी। बता दें कि महुआ ने संसद सदस्यता रद्द होने के बाद इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करी थी। जिसपर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि फिलहाल हम याचिका में उठाए गए मुद्दों की मेरिट पर टिप्पणी नहीं कर रहे, और इन मुद्दों पर मामला खुला रख रहे हैं। सभी मसलों पर चर्चा करने के बाद कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 11 मार्च की तारीख तय की है।
मोइत्रा के खिलाफ एक और शिकायत
बता दें कि घूस लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में लोकसभा से बर्खास्त टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ एक और शिकायत दर्ज कराई गई है। वकील अनंत देहाद्रई ने सीबीआई को चिट्ठी लिखकर महुआ पर एक और आरोप लगाया है। देहद्राई ने कहा है कि महुआ मोइत्रा बंगाल में अपने संपर्कों का इस्तेमाल करके उनके फोन की जासूसी करा रही हैं। बता दें कि अनंत देहाद्रई वही शख्स हैं जिन्होंने महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगाया था।