S. Jaishankar: पाकिस्तान को लेकर बोले एस. जयशंकर, कहा - बातचीत का युग खत्म हो गया है
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान के साथ बातचीत का युग खत्म हो गया है। उन्होंने कहा कि 'कार्रवाई के परिणाम होते हैं।' राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक पुस्तक विमोचन समारोह में जयशंकर ने पाकिस्तान को लेकर बात की।
S Jaishankar: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान के साथ बातचीत का युग खत्म हो गया है। उन्होंने कहा कि 'कार्रवाई के परिणाम होते हैं।' राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक पुस्तक विमोचन समारोह में जयशंकर ने पाकिस्तान को लेकर बात की।
पाकिस्तान को लेकर बोले जयशंकर
जयशंकर ने कहा "पाकिस्तान के साथ वार्ता का युग समाप्त हो चुका है। जहां तक जम्मू-कश्मीर का सवाल है, अनुच्छेद 370 (Article 370) खत्म हो चुका है।" यह पूछे जाने पर कि क्या भारत पाकिस्तान के साथ रिश्ते को ऐसे ही जारी रखने से संतुष्ट है, उन्होंने कहा, "शायद हां, शायद नहीं। मैं जो कहना चाहता हूं कि हम निष्क्रिय नहीं हैं और चाहे घटनाएं सकारात्मक या नकारात्मक दिशा में जाएं। किसी भी तरह हम प्रतिक्रिया करेंगे।"
पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को पर जयशंकर ने कही ये बात
मार्च में अपनी सिंगापुर यात्रा के दौरान, विदेश मंत्री जयशंकर ने पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को लगभग उद्योग-स्तर पर प्रायोजित करने का उल्लेख किया था, लेकिन इस बात पर जोर दिया था कि भारत इस समस्या से मुंह नहीं मोड़ेगा। उनकी टिप्पणियां जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर महत्वपूर्ण हैं, जहां दोनों मुख्यधारा की क्षेत्रीय पार्टियों, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने पाकिस्तान के साथ बातचीत और संबंध बहाल करने की बात कही है। दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंध 5 अगस्त 2019 से समाप्त हो चुके हैं, जब भारत ने संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया था। इससे पहले, पाकिस्तान ने गुरुवार को औपचारिक रूप से पुष्टि की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अक्टूबर के मध्य में इस्लामाबाद में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) बैठक में आमंत्रित किया गया है। पिछले साल पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक के लिए भारत आए थे। भारत-अमेरिका संबंधों पर विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि दोनों के बीच मधुर संबंध है। उन्होंने कहा, "ऐसे भी क्षेत्र और मुद्दे हैं, जिन पर हम अमेरिका से पूरी तरह सहमत हैं और ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर हम सहमत नहीं हैं। यह पूरी तरह से सार्वजनिक है।" \