Rahul Gandhi: राहुल और प्रियंका गांधी वायनाड के लिए रवाना, प्रभावित परिवारों से करेंगे मुलाकात
केरल के वायनाड में तेज बारिश के बाद हुए लैंडस्लाइड ने भीषड़ तबाही मचाई है। इस त्रासदी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 270 हो गई हैं। वहीं 130 से ज्यादा लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा हैं, जबकि 240 से ज्यादा लोग अब भी लापता हैं।
Rahul Gandhi: केरल के वायनाड (Wayanad) में तेज बारिश के बाद हुए लैंडस्लाइड (Landslide) ने भीषड़ तबाही मचाई है। इस त्रासदी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 270 हो गई हैं। वहीं 130 से ज्यादा लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा हैं, जबकि 240 से ज्यादा लोग अब भी लापता हैं। सेना, एनडीआरएफ (NDRF), एसडीआरएफ (SDRF), ड्रोन, और स्नीफर डॉग्स (Sniffer Dogs) के साथ रेस्क्यू आपरेशन में जुटे है। लगातार हो रही तेज भारी बारिश के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी दिक्कतें आ रही है। वहीं वायनाड में आज भी बारिश का रेड अलर्ट है। डिजास्टर मैनेजमेंट टीम (Disaster Management Team) ने कुछ जगहों पर भूस्खलन की संभावना जताई है।
सड़क मार्ग से वायनाड जा रहे राहुल गांधी
वायनाड (Wayanad) से पूर्व सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज वायनाड पहुंच रहे है। उनके साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) भी हैं। वे कुन्नूर से सड़क मार्ग से वायनाड जा रहे हैं। वह सबसे पहले चूरलमाला जाएंगे, यहां लैंडस्लाइड से सबसे ज्यादा तबाही हुई है। दोनों नेता वायनाड में आई भीषण तबाही से प्रभावित परिवारों से मुलाकात करेंगे। बता दें कि कांग्रेस के दोनों नेता पहले बुधवार को ही वायनाड आने वाले थे, लेकिन खराब मौसम के कारण उन्हें अपना दौरा स्थगित करना पड़ा।
राहुल गांधी ने एक्स पर किया पोस्ट
वायनाड दौरा रद्द होने के बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक्स पर लिखा- प्रियंका और मैं कल भूस्खलन से प्रभावित परिवारों से मिलने और हालात का जायजा लेने के लिए वायनाड जाने वाले थे। हालांकि, लगातार बारिश और खराब मौसम के कारण हमें अधिकारियों द्वारा सूचित किया गया कि हम वहां विमान से उतर नहीं पाएंगे। मैं वायनाड के वासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम जल्द से जल्द वहां जाएंगे। इस बीच, हम मौजूदा हालात पर बारीकी से नजर रखेंगे और जरूरी सहायता प्रदान करेंगे।
29 जुलाई की रात आई तबाही
दरअसल, सोमवार-मंगलवार (29 जुलाई) की देर रात वायनाड में बारिश कहर बन कर बरसी। देर रात करीब एक बजे से 5 बजे के दरमियान तीन बार लैंडस्लाइड हुई। जिससे चार गांव चूरलमाला, अट्टामाला, नूलपुझा और मुंडक्कई पूरी तरह से तबाह हो गए हैं।