Badlapur Case: बदलापुर यौन उत्पीड़न केस के खिलाफ पुणे में प्रदर्शन, MVA के नेताओं ने काली पट्टी बांधकर जताया विरोध

महाराष्ट्र के बदलापुर में बच्चियों के यौन उत्पीड़न केस को लेकर महाविकास अघाड़ी गठबंधन ने शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया। बच्चियों के यौन उत्पीड़न को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), कांग्रेस, और शिवसेना (यूबीटी) ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

Badlapur Case: बदलापुर यौन उत्पीड़न केस के खिलाफ पुणे में प्रदर्शन, MVA के नेताओं ने काली पट्टी बांधकर जताया विरोध

Badlapur Case: महाराष्ट्र (Maharashtra) के बदलापुर में बच्चियों के यौन उत्पीड़न केस (sexual harassment case) को लेकर महाविकास अघाड़ी गठबंधन ने शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया। बच्चियों के यौन उत्पीड़न को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) (Nationalist Congress Party (NCP), कांग्रेस (Congress), और शिवसेना (यूबीटी) (Shiv Sena (UBT) ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। एनसीपी (शरद पवार) (NCP (Sharad Pawar) के नेता और कार्यकर्ता काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन में शामिल हुए। उनके साथ सुप्रिया सुले भी धरने में शामिल हुईं। 

राज्यव्यापी बंद हाईकोर्ट ने लगा दी थी रोक 

दरअसल, एमवीए नेताओं ने राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया था, जिसपर बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay High Court) ने रोक लगा दी थी। इसके बाद, एमवीए दलों ने पुणे में धरना देने का निर्णय लिया। एमवीए दलों का राज्य सरकार पर आरोप है कि इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं की गई है।

आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग

बता दें कि बदलापुर के एक स्कूल में 4 साल की दो बच्चियों के साथ रेप की घटना सामने आई थी। यौन उत्पीड़न की यह घटना 12 और 13 अगस्त की है। स्कूल के सफाई कर्मचारी अक्षय शिंदे ने स्कूल के टॉयलेट में ही दोनों बच्चियों का यौन उत्पीड़न किया था। घटना के सामने आने के बाद ठाणे में भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है। बदलापुर के लोग न्याय के लिए सड़कों पर उतर आए हैं। पूरा प्रदेश बस यही मांग कर रहा है कि आरोपियों को कड़ी सजा दी जाए। 

दोनों बच्चियों के साथ रेप की पुष्टि हुई

जांच समिति ने इस मामले में अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है। रिपोर्ट के अनुसार दोनों बच्चियों में रेप की पुष्टि हुई है। बताया जा रहा है कि 15 दिनों में दोनों बच्चियों के साथ कई बार यौन उत्पीड़न हुआ था।