north korea nuclear submarine: अब पानी में भी परमाणु हमला कर सकेगा उत्तर कोरिया

north Korea nuclear submarine: उत्तर कोरिया ने एक परमाणु पनडुब्बी(nuclear submarine) का निर्माण कर लिया है। देश के राष्‍ट्रपति किम जोंग-उन(Kim Jong) ने उत्तर कोरिया के " परमाणु निरोध को और मजबूत करने" का संकल्‍प लिया है।

north korea nuclear submarine: अब पानी में भी परमाणु हमला कर सकेगा उत्तर कोरिया

north Korea nuclear submarine: उत्तर कोरिया(north korea) के तेवर हमेशा से गरम रहे है और जब से अमरीका और दक्षिण कोरिया नें उत्तर कोरिया के बाडर्स पर नेवल एक्सरसाइज  की है तब से उत्तर कोरिया ने गरम रुख अपनाया है, पहले तो उत्तर कोरिया नें पीले पानी में मिसाइल दाग कर अपने इरादे साफ कर दिए थे लेकिन अब उत्तर कोरिया ने एक परमाणु पनडुब्बी(nuclear submarine) का निर्माण कर लिया है। देश के राष्‍ट्रपति किम जोंग-उन(kim jon) ने उत्तर कोरिया के " परमाणु निरोध को और मजबूत करने" का संकल्‍प लिया  है।


North Korea की परमाणु पनडुब्बी

केसीएनए ने सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी (डब्ल्यूपीके) का जिक्र करते हुए कहा, "पनडुब्बी-प्रक्षेपण समारोह ने उत्तर कोरिया की नौसैनिक शक्ति को मजबूत करने के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत की और राज्य परमाणु निरोध को और मजबूत करने के लिए डब्ल्यूपीके और उत्तर कोरिया सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति को स्पष्ट कर दिया।

क्या है kim jong का कहना 

किम ने अपने भाषण के दौरान कहा, "यह तथ्य कि परमाणु हमला पनडुब्बी, जिसे दशकों से हमारे गणतंत्र के खिलाफ आक्रमण का प्रतीक माना जाता था, अब हमारी शक्ति का प्रतीक है, जो दुश्मनों को भयभीत करती है और यह दुनिया द्वारा अनदेखी हमारी अपनी शैली की एक नई पनडुब्बी है। उन्‍होंने संकेत दिया कि  नवीनतम कदम का उद्देश्य अमेरिकी परमाणु-संचालित पनडुब्बियों का मुकाबला करना है।  ये पनडुब्बी 10 मिसाइल ट्यूबों से सुसज्जित है, जो संभवतः पनडुब्बी से प्रक्षेपित बैलिस्टिक मिसाइलों (एसएलबीएम) को दाग सकती है, हालांकि उत्तर कोरिया ने कोई विवरण नहीं दिया है।

ऐसा माना जाता है कि यह पनडुब्बी उत्तर कोरिया के पहले परमाणु-सशस्त्र मानवरहित पानी के नीचे वाहन "हेइल" को लॉन्च करने में भी सक्षम है, जिसका पिछले मार्च में अनावरण किया गया था। उत्तर कोरिया सियोल, वाशिंगटन और टोक्यो के बीच बढ़ते त्रिपक्षीय सुरक्षा सहयोग के मद्देनजर रूस और चीन के साथ अपने सैन्य सहयोग को बढ़ा रहा है। यह उन खबरों के बीच भी आया है कि किम अगले हफ्ते रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने और संभावित हथियार सौदे पर चर्चा करने के लिए रूस के व्लादिवोस्तोक की यात्रा कर सकते हैं।